सब्जियों के बीज उत्पादन की विधि पर प्रशिक्षण कार्यक्रम
ओडिशा के भाकृअनुप-एनआरआरआई, कटक, ओडिशा में कृषि विज्ञान केंद्र कटक द्वारा “सब्जियों में बीज उत्पादन की विधि” पर ग्रामीण युवाओं के लिए 5 दिवसीय कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ओडिशा के कटक जिले के पांच प्रखंडों के पच्चीस (25) ग्रामीण युवाओं ने कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया। डॉ एच पाठक, निदेशक, भाकृअनुप-एनआरआरआई, कटक, सामाजिक विज्ञान प्रभाग के अध्यक्ष और डॉ डी आर सडंगी, प्रभारी अधिकारी, कृषि विज्ञान केंद्र ने बीज उत्पादन और उचित विपणन सुविधा के महत्व के बारे में वर्णन किया। कृषि विज्ञान केंद्र खोरधा, भाकृअनुप-केंद्रीय बागवानी प्रायोगिक स्टेशन, पूर्वी क्षेत्र और उप निदेशक, बागवानी से विभिन्न विशेषज्ञों तथा डॉ टी आर साहू, कार्यक्रम समन्वयक ने बीज निष्कर्षण और प्रसंस्करण तकनीकों पर कौशल का प्रदर्शन किया और बीज ग्राम कार्यक्रम, किसान उत्पादकों के गठन पर विभिन्न अवधारणाओं तथा समूह और कुछ विपणन एजेंसियों के साथ संपर्क जोड़ने पर प्रशिक्षण प्रदान किया।
‘उच्च मूल्य वाली सब्जियों की सुरक्षित खेती’ पर कौशल प्रशिक्षण
कृषि विज्ञान केंद्र कटक ने किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित, ग्रामीण युवाओं के लिए कौशल प्रशिक्षण योजना के तहत ईमेज, भुवनेश्वर तथा मैनेज, हैदराबाद के सहयोग से कृषि विज्ञान केंद्र, संथपुर के परिसर में “उच्च मूल्य सब्जियों की संरक्षित खेती” पर 25 से 30 जनवरी 2019 तक 15 प्रतिभागियों के लिए छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। एनआरआरआई, कटक के निदेशक डॉ एच पाठक ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया और बदलते पर्यावरण परिदृश्य में विवेकपूर्ण जल उपयोग करते हुए सुरक्षित खेती करने के लिए आग्रह किया। श्री पी सी साहू, डीडीए, कटक और श्री कल्याण राय, उप निदेशक, ईमेज, भुवनेश्वर ने प्रतिभागियों से सरकारी सहायता का उपयोग करने और विशिष्ट उत्पादों के विपणन को सुनिश्चित करने का आग्रह किया। डॉ टी आर साहू, विषयवस्तु विशेषज्ञ (बागवानी) और प्रशिक्षण समन्वयक ने कृषि विज्ञान केंद्र कटक, ओडिशा कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, सेंट्रल हॉर्टिकल्चर एक्सपेरिमेंटल स्टेशन, नेशनल हॉर्टिकल्चर बोर्ड और डेरास फार्म के विशेषज्ञों की मदद से प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन किया। डेरास फ़ार्म और सेंट्रल हॉर्टिकल्चर एक्सपेरिमेंटल स्टेशन में दौरा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सामाजिक विज्ञान प्रभाग के अध्यक्ष डॉ जी ए के कुमार ने समापन कार्यक्रम में अपने संबोधन में ग्रीनहाउस के अंदर सब्जियों का उत्पादन करने से पहले व्यवसाय योजना विकसित करने और बाजार संपर्क स्थापित करने पर जोर दिया। डॉ डी आर सडंगी, प्रभारी अधिकारी, कृषि विज्ञान केंद्र कटक ने युवाओं से बड़ी संख्या में कृषि क्षेत्र को अपनाने और कृषि विज्ञान केंद्र के प्रौद्योगिकियों के माध्यम से अपने ज्ञान, कौशल में सुधार करने का अनुरोध किया।
‘पशुधन में चारा और चारा प्रबंधन’ पर कौशल प्रशिक्षण’
कृषि विज्ञान केंद्र कटक ने किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित, ग्रामीण युवाओं के लिए कौशल प्रशिक्षण योजना के तहत ईमेज, भुवनेश्वर तथा मैनेज, हैदराबाद के सहयोग से कृषि विज्ञान केंद्र, संथपुर के परिसर में “उच्च मूल्य सब्जियों की संरक्षित खेती” पर 16 से 21 मार्च 2019 तक 15 प्रतिभागियों के लिए छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। डॉ आर के महांता, विषयवस्तु विशेषज्ञ (पशुविज्ञान) और प्रशिक्षण समन्वयक ने कृषि विज्ञान केंद्र कटक, केंद्रीय कृषिरत महिला अनुसंधान संस्थान, सेंट्रल एवियन रिसर्च इंस्टीट्यूट रीजनल सेंटर, भुवनेश्वर, ओडिशा सरकार के पशुपालन विभाग और पशुचिकित्सा विभाग के विशेषज्ञों की सहयोग से प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। भाकृअनुप-सीआईडब्ल्यूए, भाकृअनु-सीएआरआई-क्षेत्रीय केंद्र और भाकृअनु-एनआरआरआई, कटक में खाद्य तैयारी इकाइयों, चारा प्रदर्शन इकाइयों और लाइव बर्ड डेमो इकाइयों के प्रदर्शन भूखंडों का दौरा कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। डॉ एच पाठक, निदेशक, एनआरआरआई, कटक ने समापन दिवस पर प्रमाण पत्र वितरित किए और आर्थिक लाभ के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग हेतु आह्वान किया। डॉ जी ए के कुमार, अध्यक्ष, सामाजिक विज्ञान प्रभाग ने मार्केट लिंकेज पर जोर दिया, जबकि डॉ डी आर सडंगी, प्रभारी अधिकारी, कृषि विज्ञान केंद्र कटक ने युवाओं से कृषि विज्ञान केंद्र की प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाने का अनुरोध किया।