Products Developed by ICAR-NRRI, 2020 - Hindi

फसल सुरक्षा प्रभाग द्वारा विकसित उत्पाद

1. एनआरआरआई ट्राइकोकार्ड प्रजाति: ट्राइकोग्रामा जपोनिकम 
जिन वैज्ञानिकों ने विकसित किया: बसन गौड़ जी, टोटन अदक, नवीन कुमार बी पाटिल, गुरु प्रसन्न पांडी, अन्नामलाई एम, प्रशांति जी और पी.सी. रथ
ट्राइकोग्रामा जपोनिकम पीला तना छेदक, स्किरपोफगा इंसरतुलस का एक महत्वपूर्ण अंडा परजीवी है। आमतौर पर रोपाई करने के 30 दिन बाद तीन ट्रिचो कार्ड (60000 से अधिक परजीवी अंडे से युक्त) प्रति हेक्टेयर प्रयोग किया जाता है। अंडे समूह या कीटें न दिखाई देने तक, जो भी पहले हो, तब तक हर 7-10 दिनों के अंतराल पर इस प्रकार के कार्ड को पांच बार खेत में विमोचित किए जाते हैं। कार्ड पर वर्णित वयस्क कीटों के आविर्भाव तिथि से पहले कार्ड को खेत में रखा जाना चाहिए। किसानों को उस खेत में कीटनाशकों का उपयोग करने से बचना चाहिए जहां ट्राइकोग्रामा प्रयोग किया गया है।
उपलब्धता और बिक्री
* भाकृअनुप-एनआरआरआई, कटक के फसल सुरक्षा प्रभाग में बायोएजेंट उपलब्ध हैं। यदि मांग 50 से अधिक कार्ड की आवश्यकता हो तो 45 दिन पहले मांग हेतु आवेदन करनी होती है। अंतर्राष्ट्रीय दिशानिर्देश (IOBC) के अनुसार गुणवत्ता की जांच के बाद कार्ड की आपूर्ति की जाएगी। कार्ड केवल संस्थान में जाकर खरीदे जाने चाहिए।
* ट्राइकोकार्ड- 60 रुपये प्रति कार्ड (18000-20000 परजीवी अंडे शामिल हैं)
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें:
डॉ पी सी रथ
अध्यक्ष, फसल सुरक्षा प्रभाग
भाकृअनुपर-एनआरआरआई, कटक -753006
ई-मेल आईडी: pcrath67@gmail.com
मोबाइल नंबर – 9437476827

2. एनआरआरआई ट्राइकोकार्ड प्रजातियां: ट्राइकोग्रामा चिलोनिस
जिन वैज्ञानिकों ने विकसित किया: बसन गौड़ जी, टोटन अदक, नवीन कुमार बी पाटिल, गुरु प्रसन्न पांडी, अन्नामलाई एम, प्रशांति जी और पी.सी. रथ
ट्राइकोग्रामा चिलोनिस धान पत्ता मोड़क, नाफालोक्रोसिस मेडिनालिसस का एक महत्वपूर्ण अंडा परजीवी है। कीटें दिखाई देने पर बाद तीन ट्रिचो कार्ड (60000 से अधिक परजीवी अंडे से युक्त) प्रति हेक्टेयर प्रयोग किया जाता है। अंडे समूह या तक, जो भी पहले हो, तब तक हर 7-10 दिनों के अंतराल पर इस प्रकार के कार्ड को पांच बार खेत में विमोचित किए जाते हैं। कार्ड पर वर्णित वयस्क कीटों के आविर्भाव तिथि से पहले कार्ड को खेत में रखा जाना चाहिए। किसानों को उस खेत में कीटनाशकों का उपयोग करने से बचना चाहिए जहां ट्राइकोग्रामा प्रयोग किया गया है।
उपलब्धता और बिक्री
* भाकृअनुप-एनआरआरआई, कटक के फसल सुरक्षा प्रभाग में बायोएजेंट उपलब्ध हैं। यदि मांग 50 से अधिक कार्ड की आवश्यकता हो तो 45 दिन पहले मांग हेतु आवेदन करनी होती है। अंतर्राष्ट्रीय दिशानिर्देश (IOBC) के अनुसार गुणवत्ता की जांच के बाद कार्ड की आपूर्ति की जाएगी। कार्ड केवल संस्थान में जाकर खरीदे जाने चाहिए।
* ट्राइकोकार्ड- 60 रुपये प्रति कार्ड (18000-20000 परजीवी अंडे शामिल हैं)
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें:
डॉ पी सी रथ
अध्यक्ष, फसल सुरक्षा प्रभाग
भाकृअनुपर-एनआरआरआई, कटक -753006
ई-मेल आईडी: pcrath67@gmail.com
मोबाइल नंबर – 9437476827

3. एनआरआरआई ब्रैकनकार्ड प्रजातियां: ब्रैकन हेबेटर
जिन वैज्ञानिकों ने विकसित किया: बसन गौड़ जी, टोटन अदक, नवीन कुमार बी पाटिल, गुरु प्रसन्न पांडी, अन्नामलाई एम, प्रशांति जी और पी.सी. रथ
ब्रैकन हेबेटर (= हैब्रोब्रैकन हेबेटर) धान के लेपिडोप्टेरान कीटों का एक महत्वपूर्ण लार्वा परजीवी है। आठ ब्रैकन कार्ड (4000-4500 से अधिक प्यूपायुक्त) प्रति हेक्टेयर। यदि कीट दिखाई दे तो अतिरिक्त कार्ड विमोचित करें। कार्ड पर वर्णित वयस्क कीट निकलने की तिथि से पहले कार्ड को खेत में रखा जाना चाहिए। किसानों को उस खेत में कीटनाशकों का उपयोग करने से बचना चाहिए जहां ब्रैकन हेबेटर विमोचित किया गया है।
उपलब्धता और बिक्री
* भाकृअनुप-एनआरआरआई, कटक के फसल सुरक्षा प्रभाग में बायोएजेंट उपलब्ध हैं। यदि मांग 50 से अधिक कार्ड की आवश्यकता हो तो 45 दिन पहले मांग हेतु आवेदन करनी होती है। गुणवत्ता की जांच के बाद कार्ड की आपूर्ति की जाएगी। कार्ड केवल संस्थान में जाकर खरीदे जाने चाहिए।
* ब्रैकन कार्ड – 70 रुपये प्रति कार्ड (500 से अधिक पुप्पे)
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें:
डॉ पी सी रथ
अध्यक्ष, फसल सुरक्षा प्रभाग
भाकृअनुपर-एनआरआरआई, कटक -753006
ई-मेल आईडी: pcrath67@gmail.com
मोबाइल नंबर – 9437476827

4. एनआरआरआई जैव उत्तेजक प्रजाति: ट्राइकोडर्मा हर्ज़ियानम

जिन वैज्ञानिकों ने विकास किया: मुखर्जी, ए.के., अदक, टी, स्वाईं, एच, बाइटे, एम.एस., प्रभुकार्तिकेयन एस आर, रघु एस, चट्टोपाध्याय के, और रथ, पी.सी.
मूल्य: 40 रुपये प्रति 200 ग्राम, 120 रुपये प्रति किलो
सूत्रीकरण की तैयारी:
ट्राइकोडर्मा हार्ज़ियानम को आलू डेक्सट्रोज़ मिश्रण में उगाया जाता है। 6-7 दिनों के बाद जब इसे पर्याप्त रूप से बीजाणुजनन हो जाता है तो सूत्रण को बनाने के लिए टॉल्क पाउडर और कार्बोक्सी मिथाइल सेलुलोज के साथ मिलाया जाता है। सूत्रीकरण में कम से कम 1X108cfu होना चाहिए।
संस्तुति
विकास को बढ़ावा देने हेतु जड़ और तने की वृद्धि और उच्च उपजके लिए उपयोग किया जाता है।
उपयोग की विधि
बीजोपचार: बीजोपचार के लिए 10 ग्राम / किलोग्राम बीज का प्रयोग करें। बीजों को रात भर के लिए पानी में भिगो दें। पानी को पूरी तरह से छान लें और बीज बीज में पाउडर मिला दें और अच्छी तरह से मिलाएं तथा पूरी तरह से मिश्रण करने के बाद बीज को कम से कम 1 घंटे के लिए छाया में सुखाएं और फिर बुआई करें।
छिड़काव प्रयोग: 1 लीटर पानी में 10 ग्राम पाउडर का उपयोग करें- अच्छी तरह से मिलाएं और फिर छिड़काव करें। 1 एकड़ भूमि के लिए 200 लीटर घोल का उपयोग करें।
लाभ
(i) इसके उपयोग से अंकुरण के समय कम लगता है। (ii) जड़ और तने को बढ़ावा देता है, (iii) प्रतिरोधिता बढ़ती है, (iv) उपज में वृद्धि, (v) किसानों द्वारा प्रयोग करने में आसान है।
बौद्धिक संपदा अधिकार
यह उत्पाद भाकृअनुप-एनआरआरआई से है इसलिए आईपीआर मुद्दा लागू होता है और यह केवल एनआरआरआई के लिए विशेष है।
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें:
डॉ पी सी रथ
अध्यक्ष, फसल सुरक्षा प्रभाग
भाकृअनुपर-एनआरआरआई, कटक -753006
ई-मेल आईडी: pcrath67@gmail.com
मोबाइल नंबर – 9437476827

5.एनआरआरआई जैव उत्तेजक प्रजाति: ट्राइकोडर्मा एरीनेसियम

जिन वैज्ञानिकों ने विकास किया: मुखर्जी, ए.के., अदक, टी, स्वाईं, एच, बेहेरा, शांतिप्रभा, धुआ यू, जेना एम, बाग्ची टी, भट्टाचार्य पी, कुमार अवधेश, डांगर टी के एवं रथ, पी.सी.
मूल्य: 40 रुपये प्रति 200 ग्राम, 120 रुपये प्रति किलो
सूत्रीकरण की तैयारी:
ट्राइकोडर्मा एरीनेसियम को आलू डेक्सट्रोज़ मिश्रण में उगाया जाता है। 6-7 दिनों के बाद जब इसे पर्याप्त रूप से बीजाणुजनन हो जाता है तो सूत्रण को बनाने के लिए टॉल्क पाउडर और कार्बोक्सी मिथाइल सेलुलोज के साथ मिलाया जाता है। सूत्रीकरण में कम से कम 1X108cfu होना चाहिए।
संस्तुति
विकास को बढ़ावा देने हेतु जड़ और तने की वृद्धि और उच्च उपजके लिए उपयोग किया जाता है।
उपयोग की विधि
बीजोपचार: बीजोपचार के लिए 10 ग्राम / किलोग्राम बीज का प्रयोग करें। बीजों को रात भर के लिए पानी में भिगो दें। पानी को पूरी तरह से छान लें और बीज में पाउडर मिला दें और अच्छी तरह से मिलाएं तथा पूरी तरह से मिश्रण करने के बाद बीज को कम से कम 1 घंटे के लिए छाया में सुखाएं और फिर बुआई करें।
छिड़काव प्रयोग: 1 लीटर पानी में 10 ग्राम पाउडर का उपयोग करें- अच्छी तरह से मिलाएं और फिर छिड़काव करें। 1 एकड़ भूमि के लिए 200 लीटर घोल का उपयोग करें।
लाभ
(i) इसके उपयोग से अंकुरण के समय कम लगता है। (ii) जड़ और तने को बढ़ावा देता है, (iii) प्रतिरोधिता बढ़ती है, (iv) उपज में वृद्धि, (v) किसानों द्वारा प्रयोग करने में आसान है।
बौद्धिक संपदा अधिकार
यह उत्पाद भाकृअनुप-एनआरआरआई से है इसलिए आईपीआर मुद्दा लागू होता है और यह केवल एनआरआरआई के लिए विशेष है।
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें:
डॉ पी सी रथ
अध्यक्ष, फसल सुरक्षा प्रभाग
भाकृअनुपर-एनआरआरआई, कटक -753006
ई-मेल आईडी: pcrath67@gmail.com
मोबाइल नंबर – 9437476827

6.एनआरआरआई जैव उत्तेजक प्रजाति: ट्राइकोडर्मा एट्रोविराइड

जिन वैज्ञानिकों ने विकास किया: मुखर्जी, ए.के., अदक, टी, स्वाईं, एच, बेहेरा, शांतिप्रभा, धुआ यू, जेना एम, बाग्ची टी, भट्टाचार्य पी, कुमार अवधेश, डांगर टी के एवं रथ, पी.सी.
मूल्य: 40 रुपये प्रति 200 ग्राम, 120 रुपये प्रति किलो
सूत्रीकरण की तैयारी:
ट्राइकोडर्मा एट्रोविराइड को आलू डेक्सट्रोज़ मिश्रण में उगाया जाता है। 6-7 दिनों के बाद जब इसे पर्याप्त रूप से बीजाणुजनन हो जाता है तो सूत्रण को बनाने के लिए टॉल्क पाउडर और कार्बोक्सी मिथाइल सेलुलोज के साथ मिलाया जाता है। सूत्रीकरण में कम से कम 1X108cfu होना चाहिए।
संस्तुति
विकास को बढ़ावा देने हेतु जड़ और तने की वृद्धि और उच्च उपज के लिए उपयोग किया जाता है।
उपयोग की विधि
बीजोपचार: बीजोपचार के लिए 10 ग्राम / किलोग्राम बीज का प्रयोग करें। बीजों को रात भर के लिए पानी में भिगो दें। पानी को पूरी तरह से छान लें और बीज में पाउडर मिला दें और अच्छी तरह से मिलाएं तथा पूरी तरह से मिश्रण करने के बाद बीज को कम से कम 1 घंटे के लिए छाया में सुखाएं और फिर बुआई करें।
छिड़काव प्रयोग: 1 लीटर पानी में 10 ग्राम पाउडर का उपयोग करें- अच्छी तरह से मिलाएं और फिर छिड़काव करें। 1 एकड़ भूमि के लिए 200 लीटर घोल का उपयोग करें।
लाभ
(i) इसके उपयोग से अंकुरण के समय कम लगता है। (ii) जड़ और तने को बढ़ावा देता है, (iii) प्रतिरोधिता बढ़ती है, (iv) उपज में वृद्धि, (v) किसानों द्वारा प्रयोग करने में आसान है।
बौद्धिक संपदा अधिकार
यह उत्पाद भाकृअनुप-एनआरआरआई से है इसलिए आईपीआर मुद्दा लागू होता है और यह केवल एनआरआरआई के लिए विशेष है।
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें:
डॉ पी सी रथ
अध्यक्ष, फसल सुरक्षा प्रभाग
भाकृअनुपर-एनआरआरआई, कटक -753006
ई-मेल आईडी: pcrath67@gmail.com
मोबाइल नंबर – 9437476827

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