मूंगफली पर क्षेत्र दिवस
क्षेत्र विस्तार के माध्यम से और उत्पादकता बढ़ाने के लिए तिलहन की खेती को बढ़ावा देने हेतु, कृषि विज्ञान केंद्र कटक ने वर्ष 2018-19 के लिए सीएफएलडी तिलहन कार्यक्रम के तहत, बडम्बा प्रखंड के बेलियापाल गांव के 50 किसानों के 20 हेक्टेयर की भूमि को चुना गया। मूंगफली की खेती पर समस्या और प्राथमिकता को पहचानने के लिए पीआरए और अन्य सर्वेक्षण किए गए। किसानों द्वारा आशाजनक किस्म एके-12-24 की खेती, असंतुलित उर्वरक प्रयोग और मूल उर्वरक की कमी के कारण मूंगफली के आकर छोटे एवं उसमें खोखले फली तथा उपज कम मिली। इस समस्या को दूर करने के लिए, कृषि विज्ञान केंद्र कटक ने किसानों को तकनीकी हस्तक्षेप करते हुए द्वितीयक उर्वरक के रूप में ‘सल्फर’ और सूक्ष्म पोषक तत्व जस्ता और बोरान प्रदान किया।
कृषि विज्ञान केंद्र कटक द्वारा 16.10.2018 को बडम्बा प्रखंड के बेलियापाल गांव में मूंगफली पर एक क्षेत्र दिवस का आयोजन किया गया था। डॉ डी आर सडंगी, प्रभारी अधिकारी, कृषि विज्ञान केंद्र कटक की अध्यक्षता में इसे आयोजित किया गया था, जहां बडंबा के एएओ सुश्री प्रभाती राम, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होक 80 किसानों की सभा को संबोधित किया। उन्होंने मूंगफली के उच्च उत्पादन और उत्पादकता के लिए गौण पोषक तत्वों के साथ-साथ सूक्ष्म पोषक तत्वों की भूमिका और उनके महत्व के बारे में वर्णन किया। डॉ टी आर साहू, विषयवस्तु विशेषज्ञ (बागवानी), नोडल अधिकारी, सीएफएलडी (तिलहन) ने पोषक तत्व प्रबंधन के लाभकारी प्रभाव, लाभ का प्रभाव, लागत अनुपात और कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा प्रदान किए गए अन्य लाभों के बारे में चर्चा की। किसान इस विचार-विनिमय से उत्साहित थे और अगले सत्र में अधिक किसानों ने इस कार्यक्रम में शामिल होने की इच्छा दिखाई। प्रौद्योगिकी का उपयोग करने वाले किसानों और अन्य प्रतिभागियों ने अपने अनुभव एवं विचार साझा किए।