कृषि औजार

चावल मशीनीकरण के लिए भाकृअनुप-एनआरआरआई द्वारा विकसित कृषि उपकरण

चावल भारत का महत्वपूर्ण खाद्य चावल है जिससे राष्ट्रीय खाद्य एवं पोषण सुरक्षा सुनिश्चित होती है। किंतु, चावल के किसानों को खेती की बढ़ती लागत एवं श्रम की कमी के साथ उत्पादन और आय बढ़ाने की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। जलवायु परिवर्तन और खेती की जाने वाली भूमियों की उर्वरता एवं गुणवत्ता में गिरावट के साथ बढ़ती चुनौतियां और अधिक होने की उम्मीद है। प्रक्षेत्र उत्पादकता और लाभप्रदता को बढ़ाने के लिए फार्म मशीनीकरण प्रमुख विकल्प है। चावल की फसल में विशेष रूप से छोटी भूमियों के लिए, संचालनवार मशीनीकरण की आवश्यकताओं की पहचान की गई है और भाकृअनुप-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक में अनुकूल एवं उपयुक्त उपकरण विकसित किए गए हैं। प्रत्येक उपकरण/प्रौद्योगिकी का संक्षिप्त विवरण नीचे दिया गया है:

 

दो गैंग वाला नॉच प्रकार का डिस्क हैरो
यह बैलचालित उपकरण है जो खेत को कीचड़दार करने के लिए प्रयोग किया जाता है। इसमें प्रत्येक खोखले ड्रम पर दो गैंग वाला नॉच प्रकार का डिस्क हैरो लगाया गया है। मिट्टी में बेहतर पैठ पाने के लिए ड्रम के अंदर रेत डाल कर वजन बढ़ाने का प्रावधान है।
 ड्रम प्रकार डिस्क हैरो बैल चालित उपकरण है जिसका प्रयोग खेत को कीचड़दार करने के लिए किया जाता है। प्रत्येक खोखले ड्रम के ऊपर तीन प्लेन डिस्क के साथ दो गैंग लगाए गए हैं। इसकी क्षेत्र की क्षमता 0.4 हेक्टेयर प्रति घंटा है। फ्लोट-हैरो के दो संचालनों से खेत में अच्छी स्थिति तैयार हो जाती है जिससे पौधों की रोपाई हो पाती है। देशी हल से खेत को कीचड़दार करने का समय 42 घंटे लगते थे लेकिन इस यंत्र से उसी काम को करने के लिए मात्र 11 घंटा की आवश्यकता होती है।
एक कतारवाला हस्तचालित धान बीज ड्रिल 20 से.मी. की कतार दूरी में धान बीज की शुष्क बुआई के लिए उपयुक्त है। इसकी क्षेत्र क्षमता 0.008 से 0.01 हेक्टेयर प्रति घंटा है।
दो कतार वाला हस्तचालित धान बीज ड्रिल एक हस्तचालित बीज ड्रिल है। यह 20 से.मी. की कतार दूरी में धान बीज की शुष्क बुआई के लिए उपयुक्त है। इसमें कप टाइप सीड मीटरिंग मैकेनिज्म है। इसकी क्षेत्र क्षमता 0.019 से 0.022 हेक्टेयर प्रति घंटा है।
तीन कतार वाला हस्तचालित धान बीज ड्रिल में रोलर टाइप सीड मीटरिंग मैकेनिज्म है। यह 20 से.मी. की कतार दूरी में धान के बीज की शुष्क बुआई के लिए उपयुक्त है। इसकी क्षेत्र क्षमता 0.03-0.04 हेक्टेयर प्रति घंटा है। इस यंत्र से फसलों की बीज की बुवाई करने में बीज और मजदूरी की बचत होती है तथा कतारों के बीच में खरपतवारों को हटाने और अंतराकृषि कार्य करने में मदद मिलता है।
बैलचालित तीन कतार वाला बीज ड्रिल में कप प्रकार के बीज मापने हेतु मीटर जोड़ा गया है। इसे एक जोड़ा बैल खींचते हैं। यह शुष्क खेत में चावल बोने के लिए उपयुक्त है। इसकी क्षेत्र क्षमता 0.15 हेक्टेयर प्रति घंटा है।
तीन कतार वाला स्वचालित हिल सीडर धान के शुष्क हिल बुआई के लिए उपयुक्त है। यह यंत्र पेट्रोलियम से चालू होता है जिसमें 3.5 एच.पी. शक्ति का केरोसिन चालित इंजन लगा हुआ है। इसमें कतार से कतार की दूरी 20 से.मी. की होती है। इसकी क्षेत्र क्षमता 0.1 हेक्टेयर प्रति घंटा है।
चावल और दाल के लिए शक्तिचालित सीड ड्रिल एक शक्तिचालित सीड ड्रिल है जो चावल और दलहन फसलों की बुआई के लिए उपयुक्त है। यह पांच कतारवाला सीड ड्रिल जिसमें फ्लूटेड रोलर टाइप सीड मीटरिंग मैकेनिज्म है। यह चावल, गेहूं, मूंग और उड़द आदि की शुष्क बुवाई के लिए उपयुक्त है। इसकी क्षेत्र क्षमता 0.14 हेक्टेयर प्रति घंटा है।
चावल और मूंगफली के लिए शक्तिचालित सीड ड्रिल एक पांच कतार वाला शक्तिचालित सीड ड्रिल है जिसमें प्लास्टिक के पहिए खांचे सहित लगे हैं जिनके छोर पर बीज मीटरिंग मैकेनिज्म है। यह चावल और मूंगफली के शुष्क बुआई के लिए उपयुक्त है। यह 25 सेमी की कतार से कतार की दूरी पर कार्य करता है। चावल और मूंगफली के लिए क्षेत्र क्षमता 0.15 प्रति हेक्टेयर है ।
दस कतारवाला ट्रेक्टरचालित सीड ड्रिल शुष्क क्षेत्र में बोने के लिए उपयुक्त है। इस बीज ड्रिल की क्षेत्र क्षमता 0.8 हेक्टेयर प्रति घंटा है। इसमें कतार से कतार की दूरी को समायोजित किया जा सकता है। छिटकावा और रोपाई विधि की तुलना में इससे 70% का समय और 55% श्रम लागत एवं निराई लागत की बचत होती है।
तीन कतारवाला हस्तचालित पलेवा सीडर कीचड़दार खेत में पूर्व-अंकुरित धान बीज की बुवाई के लिए उपयुक्त है। इस मशीन के अग्र भाग में एक फ्लोटर लगा हुआ है जिससे मशीन को कीचड़ में धंसने से बचाता है। बीज बॉक्स को उचित स्थान पर बिठा करके बीज दर को नियंत्रित किया जाता है। मशीन की क्षेत्र क्षमता 0.15 हेक्टेयर प्रति घंटा है।
चार कतार वाला हस्तचालित ड्रम सीडर (हाइपरबोलाइड आकार) कीचड़दार खेत में 20 से.मी. की कतार दूरी पर अंकुरित धान बीज की बुआई के लिए उपयुक्त है। इसकी क्षेत्र क्षमता 0.030-0.034 हेक्टेयर प्रति घंटा है। छिटकावा बुआई की तुलना में इस ड्रम सीडर से बुवाई करने पर बीज दर 60-65% कम हो जाती है और निराई की लागत लगभग 65% कम हो जाती है।
छह कतार वाला हस्तचालित ड्रम सीडर (बेलनाकार आकार) कीचड़दार खेत में 20 से.मी. की कतार दूरी पर अंकुरित धान बीज की बुआई के लिए उपयुक्त है। इसकी क्षेत्र क्षमता 0.037-0.04 हेक्टेयर प्रति घंटा है। इसकी एक इकाई की लागत रु. 6500 है। छिटकावा बुआई की तुलना में इससे बुआई करने पर बीज दर 35-40% और निराई की लागत 55% कम हो जाती है।
आठ कतार वाला स्व-चालित सीडर इंजन संचालित है। यह अंकुरित धान के बीज की बुआई के लिए 20 से.मी. की कतार की दूरी पर बुआई के लिए उपयुक्त है। इसकी क्षेत्र क्षमता 0.23-0.25 हेक्टेयर प्रति घंटा है। पारंपरिक रोपण विधियों की अपेक्षा पूर्व-अंकुरित धान के बीज बोने  पर लागत कम खर्चीला है और परिचालन लाभ है क्योंकि इससे रोपाई के लिए नर्सरी बढ़ाने, परिवहन और पौधों को होने वाली भौतिक क्षति को समाप्त कर देता है।
चार कतार वाला हस्तचालित धान प्ररोपक 20-25 दिनों की आयु वाले चटाईदार धान की रोपाई के लिए उपयुक्त है। कतार से कतार  की दूरी 24 से.मी. रखी जाती है। इसकी क्षेत्र क्षमता 0.018-0.020 हेक्टेयर प्रति घंटा है। यह लगभग 30-40% श्रम आवश्यकता और रोपाई संचालन में 40% लागत को बचाता है। इसकी एक इकाई की लागत रु. 8500 है।
संस्थान द्वारा विकसित हस्तचालित फिंगर वीडर का उपयोग ऊपरीभूमि के साथ-साथ निचलीभूमि चावल के लिए भी किया जा सकता है। संचालक हैंडल को आगे और पीछे ले जाता है और इस प्रकार दोनों क्रियाओं से खरपतवार उखड़ जाते हैं। इसकी क्षेत्र क्षमता 0.012 से 0.02 हेक्टेयर प्रति घंटा है। इसकी एक इकाई की लागत रु.250 है। यह सस्ता हस्तचालित उपकरण है, जिससे श्रम की आवश्यकता 35-40% तक कम हो जाता है और महिला किसानों के लिए श्रम कम होने की दृष्टि से उपयुक्त है।
स्टार कोनो वीडर गीली भूमि में खरपतवारों को काटने, मथने और उन्हें खेत में दबाने के लिए उपयुक्त है। वीडर में लगे कट की चौड़ाई 10-15 सेमी है। यह एक कतार में संचालित होता है। तारानुमा ब्लेड और शंक्वाकार ड्रम खरपतवारों को काटते हैं और उन्हें मिट्टी में दबा देते हैं। इससे श्रम की आवश्यकता को 50-75% तक कम हो जाता है और स्थानीय श्रमिकों के लिए श्रम कम होने की दृष्टि से उपयुक्त पाया गया। इसकी क्षेत्र क्षमता 0.013-0.017 हेक्टेयर प्रति घंटा है। इसकी एक इकाई की लागत रु.1850 है।
व्हील फिंगर वीडर ऊपरीभूमि चावल, पटसन, मक्का और सब्जी फसल जैसे कतार फसलों की निराई के लिए उपयुक्त है। यह हस्तचालित तथा खींचने एवं धकेलने प्रकार का वीडर है। वीडर में एक फ्रेम, पहिया, एक हैंडल और उसमें पांच घुमावदार उंगलियां हैं। उंगलियों के बीच अंतर समायोज्य है। जैसे ही संचालक हैंडल को आगे एवं पीछे घुमाता है, इसकी उंगलियां मिट्टी में घुस कर उसे ढीला कर देती हैं और खरपतवार उखड़ जाते हैं। इस उपकरण की क्षेत्र क्षमता 0.022-0.025 हेक्टेयर प्रति घंटा है और इसकी इकाई लागत रु.600 है।
एक कतार वाला शक्तिचालित वीडर उपरीभूमि चावल में अंतराकृषि संचालन के लिए उपयुक्त है। मशीन पेट्रोल से स्टार्ट होने किंतु केरोसीन से चलता जिसमें 1.03 किलोवाट का इंजन है, एक इंजन, माउंटिंग फ्रेम, मेन फ्रेम, ट्रांसमिशन सिस्टम, जॉ टाइप क्लच असेंबली, क्लच कंट्रोल लीवर, हैंडल, दो ट्रांसपोर्ट व्हील, रोटरी टाइन असेंबली, एक सपोर्ट व्हील और एक रबर फ्लैप है। इसकी क्षेत्र क्षमता 0.022 हेक्टेयर प्रति घंटा है।
पोर्टेबल शक्तिचालित धान थ्रेशर में वायर लूप प्रकार का थ्रेशिंग ड्रम लगा है। बेल्ट एवं पुली के माध्यम से 1.0 एचपी सिंगल फेज इलेक्ट्रिक मोटर द्वारा थ्रेशिंग ड्रम को घूर्णन शक्ति मिलती है। यह छोटे और सीमांत किसान हेतु धान की पैदावार के लिए किफायती और उपयुक्त है। इसकी क्षमता 3 से 4 क्विंटल/हैक्टर है। इसकी एक इकाई की लागत रु.20,000 है।
संस्थान द्वारा विकसित हस्तचालित धान ओसाई मशीन, धान की फसल को साफ करने के लिए एक सरल हस्तचालित धान ओसाई यंत्र है, जो छोटे किसानों और महिलाओं के अनुकूल है। इसकी धान सफाई करने की क्षमता लगभग 100 किलोग्राम/ घंटा है जो कि 96-98% सफाई दक्षता है।
संस्थान द्वारा विकसित शक्तिचालित धान ओसाई-सह-क्लीनर, धान की फसल को साफ करने के लिए बिजली से चलने वाली मशीन है। इसकी धान सफाई करने की क्षमता 500 किलोग्राम / घंटा है, जो कि इसकी 99% सफाई दक्षता है।
संस्थान द्वारा विकसित शक्तिचालित धान बीज क्लीनर यंत्र, धान की फसल के बीज प्रयोजन हेतु साफ करने के लिए बिजली से चलने वाली मशीन है। इसकी धान सफाई करने की क्षमता 8 क्विंटल/ घंटा है, जो कि 99% सफाई दक्षता है।
लघु धान उसना इकाई एक छोटे आकार की धान उसना इकाई है जो बेहतर प्रक्रिया को नियोजित करके गुणवत्ता वाले उसना चावल का उत्पादन करती है। इस प्रक्रिया में धान को 75 डिग्री सेल्सियस पर 3.5 घंटे तक भिगोया जाता है और इसके बाद 30-45 मिनट के लिए खुली भाप दिया जाता है। यह प्रक्रिया बिना किसी ख़राब गंध और बेहतर उपभोक्ता पसंद सहित रंगीन चावल का उत्पादन करने के लिए एकसमान उसना सुनिश्चित करती है। एक बैच में 75 किलोग्राम धान को उसना करने में 5-6 घंटे लगते हैं।
मैकेनिकल राइस ड्रायर 125-500 किलोग्राम क्षमता का एक परिवर्तनशील क्षमता बैच वाला ड्रायर है। इस ड्रायर में कच्चे और अधपके धान दोनों को सुखाया जा सकता है। सुखाने को पतली परत सिद्धांत पर पूरा किया जाता है। सुखाने की अवधि में हवा का तापमान 40 ± 2 O सेंटीग्रेड पर बनाए रखा जा सकता है। भट्ठी में 10 किलो कोयले का उपयोग करके 6-7 घंटे में 20% नमी वाले धान को 14% तक सुखाया जा सकता है।
सामुदायिक दाना ड्रायर एक टन क्षमता वाली री-सर्कुलेटिंग प्रकार का दाना ड्रायर है, जिसकी भट्टी में धान भूसी का उपयोग किया जाता है। तापमान के एक हिस्से को काले रंग की टिन की छत के ऊपर से सौर ऊर्जा के रूप में पूर्ण किया जाता है। इससे 24% नमी वाले ताजे कटे धान को 6.5 घंटे में 14% तक सुखाया जा सकता है।
सोलर और जैवपदार्थ भट्टी विविध फसल ड्रायर 300 किलो धान धारण क्षमता का एक बैच ड्रायर है। इसके मुख्य घटक में सुखाने का चेंबर, ठोस ईंधन से चलने वाली भट्टी, हीट एक्सचेंजर, सोलर वायु हीटर और ब्लोअर हैं। ब्लोअर के चूषण छोर पर सौर वायु हीटर जोड़ने के लिए प्रावधान किया गया है जिससे सौर ताप की आपूर्ति हो सके। सुखाने के चैंबर के एक तरफ को उल्टे ’वी’ आकार के गर्तों पर ट्रे रखने की सुविधा है ताकि इसमें अन्य खाद्य पदार्थों को सुखाने के लिए ट्रे ड्रायर के रूप में भी काम कर सके।
संस्थान विकसित घरेलू सौर ड्रायर एक कैबिनेट प्रकार का घरेलू सौर ड्रायर है जिसमें 0.5-1 किलो खाद्य सामग्री को सुखाने की क्षमता है। ड्रायर आकार में आयताकार है। ऊपर का ग्लेज़िंग 4 मिमी कांच का है। ड्रायर को 30O के कोण पर झुके हुए एक स्टैंड पर रखा जाता है। ड्रायर के ऊपरी छोर से एक स्लाइडिंग प्रकार के लोडिंग ट्रे को प्रवेश कराया जा सकता है।
एनआरआरआई विकसित आरसीसी रिंग बिन एक स्थायी संरचना (मिनी साइलो) है, जो प्री-कास्ट आरसीसी रिंग से निर्मित है, इसकी क्षमता 5 क्विंटल है। इसमें चूहे किसी प्रकार से अंदर घुस नहीं पाते हैं और इसमें धूमन देने के लिए पूरी तरह से हवाबंद किया जा सकता है। इससे 6-8 महीने तक धान के सुरक्षित भंडारण के लिए यह उपयुक्त है।
धान भूसी और चोकर चूल्हा 1.2 किलो सूखी भूसी का उपयोग करता है और गैसीकरण सिद्धांत पर 40 मिनट तक लगातार जलता है।