वैकल्पिक ऊर्जा प्रकाश जाल के आविष्कार के लिए एनआरआरआई को पेटेंट प्रदान
प्रकाश जाल में कीटों की निगरानी करने से किसानों को यह पता लग पाता है कि किस प्रकार के कीट खेत में मौजूद हैं और वे नियंत्रण स्तर पर हैं या नहीं। एक बार प्रकाश जाल में जब कीट की आबादी आर्थिक सीमा (ईटीएल) को पार कर जाती है अर्थात आर्थिक सीमा किसी कीट का अत्यधिक संख्या है जिसके नियंत्रण उपचार से किसान को आर्थिक लाभ होता है तथा किसान अपने खेत में कीटों के नियंत्रण प्रबंधन के प्रकारों का निर्णय ले सकता है। प्रकृति अपने प्राकृतिक शत्रुओं द्वारा कीटों के प्राकृतिक नियंत्रण के रूप में मनुष्यों को कई प्रकार के लाभ प्रदान करती है। लेकिन, हाल के दशकों में कृषि उत्पादन प्रणाली में तेजी आने से रासायनिक कीटनाशकों के बढ़ते उपयोग के कारण जैव विविधता में गिरावट और नुकसान हुआ है। इसलिए, कृषि, बागवानी और अन्य फसलों में रासायनिक कीटनाशकों के अंधाधुंध उपयोग को कम करने के लिए, भाकृअनुप-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक के फसल सुरक्षा प्रभाग के भूतपूर्व अध्यक्ष डॉ मायाबिनी जेना तथा डॉ श्यामरंजन दास महापात्र, प्रधान वैज्ञानिक (कीटविज्ञान) द्वारा एक उन्नत सौर आधारित वैकल्पिक ऊर्जा प्रकाश जाल का आविष्कार किया गया और संस्थान द्वारा 18 मार्च 2014 को 341/KOL/2014 संख्या के माध्यम से पेटेंट आवेदन दायर किया गया। सौर ऊर्जा प्रणाली (रात में दीपक जलाने के लिए) का उपयोग करके फसल खेतों में कई प्रकार के कीटों को फांसता है जो भारत में अपनी ही प्रकार का पहला उपकरण है जिसके लिए पेटेंट आवेदन किया गया था तथा 8 फरवरी 2021 को संख्या 357993 सहित पेटेंट प्रदान किया गया है।
वैकल्पिक ऊर्जा प्रकाश जाल में एक प्रकाश जाल इकाई शामिल है जिसमें उड़ने वाले कीटों को आकर्षित करता है; एक संग्रहक इकाई प्रकाश जाल से फंसे हुए कीटों को ग्रहण करने के लिए प्रकाश जाल इकाई में जोड़ा गया है। कीट इकट्ठा करने वाली इकाई में कीटों को लुभावने के लिए एक फ़नल लगाया गया है। फ़नल में तीन बाधक लगाए गए हैं एवं शीर्ष पर जड़े हुए हैं। फसल के खेतों में प्रकाश जाल स्थापित करने के लिए शीर्ष भाग पर एक हुक की व्यवस्था की गई है। प्रकाश जाल इकाई के ऊपर, एक सौर पैनल को बैटरी चार्ज करने के लिए लगाया जाता है जो प्रकाश जाल इकाई को आवश्यक बिजली की आपूर्ति करता है। (Read More)
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- कृषि विज्ञान केंद्र, कटक द्वारा स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम का आयोजन
- भेड़ और बकरी उत्पादन में वैज्ञानिक प्रगति पर प्राणीमित्रों के लिए प्रशिक्षण
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- मूंगफली पर खेत दिवस
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- कृषि विज्ञान केंद्र, कटक द्वारा विश्व मृदा दिवस 2017 का पालन