अनुसंधान बुलेटिन
शीर्षक | लेखक | माह/वर्ष |
कृषि से ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन का अनुमान लगाने की वर्तमान और उभरती विधि | दिब्येंदु चटर्जी, अमरेश कुमार नायक, सैकत रंजन दास, बिटीश कुमार नायक, मोहम्मद शाहिद, रूबीना खानम, राहुल त्रिपाठी, अभिजीत प्रधान, उपेन्द्र कुमार, मेघा कविराज, अंजनी कुमार | मार्च 2024 |
डीबीटी-प्रायोजित बायोटेक-किसान परियोजना के तहत असम के लिए बायोफोर्टिफाइड और क्लाइमेट स्मार्ट चावल किस्मों का प्रदर्शन | आर भगवती, एस के प्रधान, के चट्टोपाध्याय, के सैकिया, ए के डेका, यू जे शर्मा, ए हफीज, एस बरुआ, टी के बोराह, डी खान, वी के सैकिया, एन शर्मा, एन बर्मन, जे चौधरी, डी बर्मन, आर देवी, जे कलिता , के नाथ | जुलाई 2022 |
चावल-हरे चने की फसल प्रणाली के लिए जलवायु-स्मार्ट कृषि (सीएसए) तकनीक | दिब्येंदु चटर्जी, अमरेश कुमार नायक, सैकत रंजन दास, अभिजीत प्रधान, भबानी शंकर सतपथी, बरसिता स्वैन, बिटिश कुमार नायक, संगीता मोहंती, सुष्मिता मुंडा, प्रफुल्ल कुमार नायक, राहुल त्रिपाठी, पद्मिनी स्वैन | नवंबर 2022 |
भारत के सुंदरबन में मैंग्रोव-चावल प्रणालियों से ग्रीनहाउस गैसों के प्रवाह के भू-स्थानिक मानचित्र | पी भट्टाचार्य, ए चक्रवर्ती, आर त्रिपाठी, सी एस रेड्डी, एस आर पाढ़ी, पीके दास | फरवरी 2022 |
आईसीएआर-एनआरआरआई की सुगंधित चावल की किस्में | एस. सरकार, आर. राज के.आर., एस.एस.सी. पटनायक, ए. पटनायक, एन. भक्त, पी. संघमित्रा, ए. आनंदन, एम. चक्रवर्ती, बी.सी. पात्रा, एन. बसाक, टी.बी. बागची, जी. कुमार, एच.एन. सुबुद्धि, जे. मेहर, एम. के. कर, के. चट्टोपाध्याय | नवंबर 2022 |
चावल की जलजमाव वाली पारिस्थितिकी के लिए अधिक उपज देने वाली किस्में और उनकी खेती प्रथाएं | एसके प्रधान, ए महाराणा, एसआर बारिक, टीपी अजहरुद्दीन, पी संघमित्रा, जे मेहर, आरपी साह और ए आनंदन | अप्रैल 2021 |
भारत के बोरो और शुष्क मौसम चावल में उत्पादन बढ़ाने के लिए उपयुक्त किस्में | एसके प्रधान, ए साहू, एसके दास, पी संघमित्रा, के चट्टोपाध्याय, आरपी साह और जे मेहर | अप्रैल 2021 |
भारत के वर्षाश्रित निचलीभूमि क्षेत्रों के लिए अधिक उपज देने वाली चावल की किस्में | एसके प्रधान, एस पटनायक, एसआर बारिक, पी संघमित्रा, ए आनंदन, आर साह, जे मेहर, एल बेहरा, एसके दास, एलके बोस | अप्रैल 2021 |
एरोबिक सूखा बीज चावल: पानी की कमी वाले सिंचित और निचलीभूमि क्षेत्रों के लिए चावल की खेती की एक प्रणाली | ए आनंदन, एसके प्रधान, सिद्धार्थ पंडा, एसके दास, पी पनीरसेल्वम, जे मेहर, बीसी पात्र | अप्रैल 2021 |
चावल उत्पादन प्रणाली के लिए उन्नत जल प्रबंधन प्रौद्योगिकी | एके नायक, अंजनी कुमार, राहुल त्रिपाठी, बीबी पंडा, संगीता महांती, मोहम्मद शाहिद, आर राजा, रुबीना खानम, देबरती भादुड़ी, बीएस सत्पथी, बी लाल, प्रियंका गौतम, पीके नायक, एस विजयकुमार, पी पनीरसेल्वम और पी स्वाईं | अप्रैल 2021 |
संकर चावल बीज उत्पादन प्रौद्योगिकी | रामलखन वर्मा, देबार्चना जेना, दीप्तिबाला राउत, विनीता सिंह, जेएल कटारा, सुतापा सरकार, रेशमराज केआर, एसडी महापात्र, एके मुखर्जी, एस सामंतराय, बीसी पात्रा और एके नायक | अप्रैल 2021 |
ओडिशा के विभिन्न कृषि-जलवायु क्षेत्रों के लिए फसल योजना और फसल कैलेंडर | एके नायक, बीएस सत्पथी, राहुल त्रिपाठी, संगीता महांती, एम शाहिद, बीबी पंडा, अंजनी कुमार, मनोज रजक, पीके नायक | मार्च 2021 |
निचलीभूमि चावल में द्रव्य और ऊर्जा विनिमय के मापन के लिए एड़ी कोवारियांस तकनीक | डी चटर्जी, ए के नायक, सी के स्वाईं, आर त्रिपाठी, एस चटर्जी, ए प्रधान, पी स्वाईं और एस महांती | मार्च 2021 |
सिक्किम में धान-बागवानी आधारित फसल प्रणाली में पौध विकास संवर्धन, पोषक तत्व और रोग प्रबंधन के लिए माइक्रोबियल कंसोर्टियम का विकास | पी पन्नीरसेल्वम, लक्ष्मण शर्मा, ए के नायक, अंशुमन सेनापति, जिग्मी शेरिंग भूटिया, एस आर प्रभुकार्तिकेयन, उपेंद्र कुमार, अंजनी कुमार, गुरु प्रसन्न पांडी जी, देबासिस मित्रा, ए आनंदन, पी के नायक | दिसंबर 2020 |
चावल में गुणवत्ता बीज उत्पादन | आर के साहु, एसएसी पटनायक एवं आर पी शाह | जून 2020 |
मॉडल जलवायु स्मार्ट गांवों के माध्यम से जलवायु स्मार्ट कृषि प्रौद्योगिकियों को लोकप्रिय बनाना | राहुल त्रिपाठी, ए के नायक, संगीता महांती, एम शाहिद, एस डी महापात्रा, बी बी पंडा, एस प्रियदर्शनी, एस साहा, डी आर सडंगी, विजयकुमार एस, डी चटर्जी, पी के नायक, जी ए के कुमार, आर राजकुमार, एम टेसेफई, यूएस नागोथू और एच पाठक | मार्च 2020 |
किसान-से-किसान (F2F) बीज ग्राम मॉडल के साथ चावल बीज आत्मनिर्भरता | एम शाहिद, ए के नायक, संगीता महांती, राहुल त्रिपाठी, एस डी महापात्रा, बी बी पंडा, जे मेहर, एस साह, डी आर सडंगी, एस प्रियदर्शनी, पी के नायक, जी ए के कुमार, आर राजकुमार, एम टेस्फाई, यूएस नागोथू और एच पाठक | मार्च 2020 |
पूर्वी भारत में चावल आधारित एकीकृत कृषि प्रणाली: उत्पादकता और पारिस्थितिक सुरक्षा के लिए एक व्यवहार्य प्रौद्योगिकी | पी के नायक, ए के नायक, अंजनी कुमार, उपेंद्र कुमार, बी बी पंडा, बीएस शतपथी, एनी पूनम, एस डी महापात्रा, राहुल त्रिपाठी, एम शाहिद, दिब्येंदु चटर्जी, पी पन्नीरसेल्वम, संगीता महांती, एस के दास और एच पाठक | फरवरी 2020 |
चावल उत्पाद और उनकी पोषण स्थिति | टी बी बागची, के चट्टोपाध्याय, एस सरकार, पी संघमित्रा, ए कुमार, एन बसाक, शिवशंकरी एम, एस प्रियदर्शनी और एच पाठक | फरवरी 2020 |
उत्पादकता, लाभप्रदता और स्थिरता बढ़ाने के लिए पारिस्थितिकी आधारित-क्षेत्रीय चावल की खेती | एच पाठक, आर त्रिपाठी, एन एन जम्भुलकर, जे पी बिसेन और बीबी पंडा | फरवरी 2020 |
सदाबहार-धान पारितंत्र में ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन का आकलन | पी भट्टाचार्य, पी के दाश, एस आर पाढी और एच पाठक | जनवरी 2020 |
एनआरआरआई विकसित धान किस्में:उपज, गुणवत्ता, विशेषताएं और अजैविक तनावों के प्रति सहिष्णुता | एच पाठक, सी परमेस्वरन, एच एन सुबुद्धि, एसआर प्रभुकार्तिकेयन, एस के प्रधान, ए आनंदन, एम के यादव, एस, एस अरविंदन, जी गुरु प्रसन्न पांडी, जी बसन गौड़, एस रघु, यू कीर्तना, के शंकरी मीणा, एस लेंका, ए कुमार और आर के सरकार | दिसंबर 2019 |
एनआरआरआई में अजोला जननद्रव्य: संरक्षण, लक्षणवर्णन एवं उपयोग | उपेंद्र कुमार और ए के नायक | मई 2019 |
अखिल भारतीय समन्वित फसल सुधार परियोजनाओं का पुन:अभिविन्यास: चावल का मामला | पाठक एच, वोलेटी एस आर, मीरा शेख, एन, त्रिपाठी आर, शैलजा बी, नायक ए के, सुब्बा राव एल.वी., मंडल बी, रेड्डी जे एन और महापात्र टी | मई 2019 |
पूर्वी भारत में धान-मछली की समन्वित कृषि प्रणाली | एनी पूनम, संजय साहा, पी के नायक, डी पी सिन्हाबाबू, पी के साहू, बी एस शतपथी, एम शाहिद, जी ए के कुमार, एन एन जम्भुलकर, एम नेंदुशेजियान, एस सी गिरि, सौरभ कुमार, संगीता कुजूर, ए के नायक और एच पाठक | अप्रैल 2019 |
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के लिए एनआरआरआई चावल की किस्मों का योगदान | एच पाठक, एस के प्रधान, सी परमेस्वरन, बी मंडल, एन एन जंबुलकर, आर त्रिपाठी, एम चक्रवर्ती, जी ए के कुमार, पी सामल और आर के साहू | नवंबर 2018 |
पौषणिक सुरक्षा के लिए उच्च प्रोटीनयुक्त चावल : उत्पत्ति और प्रभाव | के चट्टोपाध्याय, एस जी शर्मा, टी बी बागची, एस सरकार, ए दास, एम चक्रवर्ती, एन बसाक, एस राय, बी सी मरांडी, एस के प्रधान, ए के मुखर्जी, एल के बोस, ए घोष, ए पूनम और ओ एन सिंह | सितंबर 2018 |
चावल उत्पादन से ऊर्जा फुटप्रिंट | एस पी पटेल, पी के गुरु, एन टी बोरकर, एम देवनाथ, बी लाल, पी गौतम, अंजनी कुमार, डी भादुड़ी, डी चटर्जी, एम शाहिद, आर त्रिपाठी, ए के नायक और एच पाठक | अप्रैल 2018 |
चावल में जलनिमग्नता सहिष्णुता बढ़ाने के लिए पौषणिक प्रबंधन | प्रियंका गौतम, बी लाल, ए के नायक, आर त्रिपाठी, एम शाहिद, एम जे बेग, एस महाराणा, आर राजा, बी बी पंडा, एस महांती, डी चटर्जी, पी के गुरु और यू कुमार | अक्टूबर 2017 |
निचलीभूमि चावल में यूनिया ब्रिकेट का प्रयोग :उपज और नत्रजन प्रयोग क्षमता बढ़ाने के लिए एक पर्यावरणीय अनुकूल प्रौद्योगिकी | ए के नायक, संगीता महांती, डी चटर्जी, पी के गुरु, बी लाल, एम शाहिद, आर त्रिपाठी, प्रियंका गौतम, ए कुमार, पी भट्टाचार्य, बी बी पंडा और यू कुमार | अप्रैल 2017 |
चावल में जलजमाव सहिष्णुता: प्रयास एवं उपलब्धियां | आर के सरकार | दिसंबर 2016 |
चावल उत्पादकता पर जलवायु अनुकूल चावल किस्मों का प्रभाव तथा पूर्वी भारत के तटीय क्षेत्र में खाद्य सरुक्षा की सुनिश्चितता | के चट्टोपाध्याय, एस गायन, इस्माइल मंडल, एस के मिश्रा, ए के मुखर्जी, बी सी मरांडी, ओ एन सिंह और आ रके सरकार | मई 2016 |
चावल में जलजमाव सहिष्णुता: प्रयास एवं उपलब्धियां | बी लाल, ए के नायक, प्रियंका गौतम, आर त्रिपाठी, एम शाहिद, बी बी पंडा, पी भट्टाचार्य और के एस राव | अप्रैल 2016 |
पूर्वी भारत में निचलीभूमि चावल पारिस्थितिकी के लिए जलवायु-स्मार्ट संसाधन संरक्षण प्रौद्योगिकी (सीआरसीटी) | पी भट्टाचार्य, ए के नायक, एम दीन, बी लाल, आर राजा, आर त्रिपाठी, एस महांती, मोहम्मद शाहिद, ए कुमार, बी बी पंडा, एस मुंडा, पी गौतम और टी महापात्र | अप्रैल 2014 |
चावल में जलमग्न सहिष्णुताः जैवभौतिक बाधाएं, शारीरिक आधार और दाताओं की पहचान | आर के सरकार, कृष्ण कावेरी दास, देवव्रत पंडा, जे एन रेड्डी, एस एस सी पटनायक, बी सी पात्र और डी पी सिंह | अप्रैल 2014 |
गंजम के जल संकट प्रवण क्षेत्रों में फसल योजना के लिए कृषि जलवायु संबंधी विशेषता | आर राजा, बीबी पांडा, एके नायक, संगीता मोहंती, केएस राव, एसके बंद्योपाध्याय | मार्च 2014 |
चावल में पोषक तत्वों के विकार और रोगों की पहचान और प्रबंधन: एक दृश्य नैदानिक उपकरण | एके नायक, मोहम्मद शाहिद, आर राजा, बी लाल, प्रियंका गौतम, पी भट्टाचार्य, अंजनी कुमार, आर त्रिपाठी, संगीता मोहंती, बीबी पांडा, एसडी महापात्रा, केएम दास और एके शुक्ला | अप्रैल 2013 |
वर्षाश्रित एवं सिंचित चावल पारितंत्र के तहत फसल प्रणाली अनुसंधान | के एस राव, संजय साहा, बी बी पंडा, ए पूनम एवं ए घोष | मार्च 2012 |
जनजातीय खेती प्रणाली पर जोर देते हुएचावल कीट प्रबंधन के लिए वानस्पतिक आधारित स्वदेशी तकनीकी ज्ञान (आईटीके) | मायाबिनी जेना | मार्च 2012 |
चावल फसल में प्रमुख खरपतवार | संजय साहा एवं के एस राव | मई 2011 |
तटीय ओडिशा का प्रमुख आक्रामक खरपतवार | संजय साहा एवं के एस राव | मार्च 2011 |
चावल फसल में खरपतवार प्रबंधन | संजय साहा एवं के एस राव | मई 2007 |
सीआरआरआई में जैव प्रौद्योगिकी के माध्यम से चावल में सुधार | एल बेहरा, जी जे एन राव, एस सी साहू, जे एन रेड्डी, श्रीधर आर, पी सेन, एम पी पांडे, एम वरियार, एम के कर, टी के डांगर, आर के साहू, ए पटनायक, आर एन राव और बी रामकृष्णन | 2007 |