चावल आधारित खेती में नवीकरणीय ऊर्जा संबंधित प्रौद्योगिकियों पर कार्यशाला

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चावल आधारित खेती में नवीकरणीय ऊर्जा संबंधित प्रौद्योगिकियों पर कार्यशाला

चावल की खेती पद्धतियों में परिवर्तन लाने और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए 10 मई 2024 को सेल्को फाउंडेशन के सहयोग से भाकृअनुप-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक द्वारा “चावल आधारित खेती में नवीकरणीय ऊर्जा संबधित प्रौद्योगिकियां” विषय पर एक कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला का उद्देश्य चावल की खेती और प्रसंस्करण की स्थिरता को बढ़ाने के लिए नवीन समाधान तलाशना था। भाकृअनुप-एनआरआरआई, कटक के निदेशक डॉ. नायक ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की और विभिन्न हितधारकों के लिए कुशल प्रौद्योगिकी प्रसार के लिए सेल्को फाउंडेशन के सहयोग से सौर मॉडल के डिजाइन और विकास के संबंध में अपनी टिप्पणी दी। उन्होंने आगे कहा कि स्वच्छ ऊर्जा उद्यमियों को प्रशिक्षित करने के लिए प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण गतिविधियाँ प्रदान की जा रही हैं ताकि हम एक स्थायी भविष्य की ओर बढ़ सकें। सेल्को फाउंडेशन के क्षेत्रीय प्रमुख श्री गौतम कुमार प्रधान ने सतत विकास लक्ष्य 7 (एसडीजी 7) के साथ चर्चा को जोड़ते हुए सौर ऊर्जा पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने इस विषय पर जोर दिया कि सौर ऊर्जा के उपयोग के माध्यम से ऊर्जा दक्षता बढ़ाने, पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने और चावल किसानों की आजीविका में सुधार के लिए और अधिक रास्ते तलाशे जा सकते हैं। फसल सुरक्षा प्रभाग के अध्यक्ष डॉ.एस.डी. महापात्र ने नवीकरणीय ऊर्जा के संबंध में एनआरआरआई की उपलब्धियों और आकांक्षाओं को प्रस्तुत किया और वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. पी.सी. जेना ने धन्यवाद ज्ञापित किया। वैज्ञानिक डॉ. बसन गौड़ जी और डॉ. सुप्रिया प्रियदर्शनी ने कार्यक्रम का समन्वय किया।

Author: crriadmin