भाकृअनुप-एनआरआरआई में पौधों में जीनोम एडिटिंग पर कार्यशाला आयोजित
भाकृअनुप-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक ने 1-8 अगस्त, 2024 के दौरान “मूलभूत जीव विज्ञान और फसल सुधार के लिए पौधों में जीनोम एडिटिंग संबंधित व्यावहारिक प्रशिक्षण”शीर्षक पर एक कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया। भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के डीएसटी-विज्ञान एवं इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड (एसईआरबी) द्वारा प्रायोजित इस कार्यशाला में देश भर के 23 प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के 25 पीएचडी और 6 एमएससी छात्रों ने भागीदारी की।
भाकृअनुप-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक के पूर्व निदेशक एवं मुख्य अतिथि डॉ.पद्मिनी स्वाईं ने कार्यशाला का उद्घाटन 1 अगस्त, 2024 को किया था। संसार भर से जीनोम एडिटिंग के प्रतिष्ठित वक्ताओं और विशेषज्ञों ने व्याख्यान दिए और व्यावहारिक सत्रों का मार्गदर्शन किया। प्रतिभागियों को जीनोम एडिटिंग के विभिन्न पहलुओं, जिसमें आणविक जीव विज्ञान की मूल अवधारणाएं, लक्ष्य जीन चयन, जीआरएनए डिजाइन, प्राइमर डिजाइन, परिवर्तन, प्रोटोप्लास्ट अलगाव, प्रोटोप्लास्ट ट्रांसफेक्शन, जीएफपी विज़ुअलाइज़ेशन, एग्रोबैक्टीरियम-मध्यस्थ कैली परिवर्तन और बेस एडिटिंग और प्राइम एडिटिंग जैसी उन्नत तकनीकों के बारे में व्यापक जानकारी प्रदान की गई।
कार्यशाला के एक भाग के रूप में, प्रतिभागियों ने विचार-मंथन सत्रों में भाग लिया और छह अलग-अलग समूहों में अपने निष्कर्ष प्रस्तुत किए। कार्यशाला का समापन सत्र 8 अगस्त, 2024 को आयोजित किया गया जिसमें भाकृअनुप-एनआरआरआई के निदेशक डॉ. ए.के. नायक मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। अपने समापन भाषण में डॉ. नायक ने कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए प्रतिभागियों और आयोजन समिति को बधाई दी और उन्हें हितधारकों, किसानों और उपभोक्ताओं के अंतिम लाभ के लिए काम करने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यशाला के आयोजन सचिव डॉ. कुतुबुद्दीन ए. मोल्ला ने कार्यशाला की गतिविधियों और उपलब्धियों पर एक संक्षिप्त रिपोर्ट प्रस्तुत की। पाठ्यक्रम निदेशक डॉ. एम. जे. बेग ने अपना व्याख्यान दिया और फसल उन्नयन प्रभाग के अध्यक्ष एवं कार्यशाला की संरक्षक डॉ. संघमित्रा सामंतराय ने अपनी टिप्पणियां प्रस्तुत कीं। प्रतिभागियों ने पूरे आयोजन के दौरान प्राप्त किए गए बहुमूल्य ज्ञान और कौशल, अपनी प्रतिक्रिया साझा की, जिसमें उन्होंने प्राप्त किए गए बहुमूल्य ज्ञान और कौशल पर प्रकाश डाला।