भाकृअनुप-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक में भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आज़ादी का अमृत महोत्सव की पूर्व संध्या पर - "चावल के एकीकृत कीट प्रबंधन" पर कार्यशाला-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम

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भाकृअनुप-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक में भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आज़ादी का अमृत महोत्सव की पूर्व संध्या पर – “चावल के एकीकृत कीट प्रबंधन” पर कार्यशाला-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम

हमारा महान राष्ट्र आजादी के 75वें वर्ष को आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है। यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है। भाकृअनुप-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक हमारे राष्ट्र की तरह ही आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। एनआरआरआई ने स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के क्रम में अगले एक वर्ष के दौरान विशेष वार्ताओं और कार्यक्रमों की योजना बनाई है जो 15 अगस्त, 2022 को समाप्त होगा। भाकृअनुप-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक के फसल सुरक्षा प्रभाग द्वारा 07-08 अक्टूबर 2021 के दौरान “चावल के एकीकृत कीट प्रबंधन” पर कार्यशाला-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें प्रभाग के नए एमएससी और पीएचडी छात्रों, तकनीकी कर्मचारियों सहित 25 प्रशिक्षुओं ने भाग लिया। इस दो दिवसीय कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागियों को चावल के विभिन्न रोगों, कीट पीड़कों और सूत्रकृमियों के प्रति जागरूक करना था जिसमें रोगों की पहचान, धान के सूत्रकृमियों, नुकसान का अनुमान, रोगाणुओं के अलगाव और लक्षण वर्णन में प्रयोगशाला तकनीकों, कीड़ों के बड़े पैमाने पर पालन, कीट/बीमारी के प्रकोप, संक्रमण में मौसम के मानकों, और कीटनाशकों के सही उपयोग की भूमिका पर विशेष जोर दिया गया था एवं ट्राइकोग्रामा जैसे कीट जैव नियंत्रण एजेंटों के बड़े पैमाने पर पालन, बीज उपचार और खेत में कीटनाशक के प्रयोग की सही विधि पर व्यावहारिक प्रदर्शन किया गया। एकीकृत कीट प्रबंधन के लिए एनआरआरआई की प्रौद्योगिकियों तथा प्रशिक्षुओं को राइस एक्सपर्ट मोबाइल ऐप का प्रदर्शन किया गया।
भाकृअनुप-एनआरआरआई के निदेशक डॉ. दीपांकर माईती की अध्यक्षता में समापन सत्र आयोजित किया गया जिसमें पाठ्यक्रम समन्वयक (रोगविज्ञान) डॉ रघु एस ने कार्यक्रम का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया। डॉ. प्रकाश चंद्र रथ, पाठ्यक्रम निदेशक और अध्यक्ष, फसल सुरक्षा प्रभाग ने कीट पहचान और उचित कीटनाशक चयन में मौजूदा ज्ञान अंतराल के बारे में बताया। निदेशक ने प्रशिक्षुओं से किसानों की समस्याओं को हल करने के लिए सीखे गए ज्ञान का उपयोग और प्रसार करने का आग्रह किया। डॉ. गोलिव प्रशांति कार्यक्रम के पाठ्यक्रम समन्वयक (कीट विज्ञान) ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

प्रतिभागियों के साथ समूह फोटो प्रयोगशाला गतिविधियों के बारे में वैज्ञानिक द्वारा ब्रीफिंग
वैज्ञानिक-प्रशिक्षु चर्चा निदेशक द्वारा प्रमाण पत्र वितरण

Author: crriadmin