ई-चासी परियोजना (ईएपी-359) के तहत 6 मार्च, 2024 को प्रशिक्षण आयोजित
भाकृअनुप-एनआरआरआई, कटक में ई-सीएचएएसआई (सतत गहन और डिजिटल संचालित ज्ञान प्रसार के माध्यम से जलवायु परिवर्तन के लिए छोटे धारकों की अनुकूलनीयता बढ़ाना) परियोजना के तहत जलवायु स्मार्ट चावल उत्पादन प्रथा पर 6 मार्च 2024 को एक एक्सपोजर विजिट-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में भद्रक जिले के सहाड़ा और रजुआलीबिंधा गांव के लगभग पचास प्रगतिशील किसानों और महिला किसानों ने भाग लिया। किसानों को उन्नत पोषक तत्व प्रबंधन प्रथाओं, सीधी बुआई वाले चावल और कृषि मशीनीकरण पर प्रशिक्षण दिया गया। किसानों को कृषि क्षेत्र की वास्तविक समय की जानकारी के लिए डिजिटल उपकरणों और सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग की जानकारी प्रदान की गई। किसानों को किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) के लाभ के बारे में जागरूक किया गया और एफपीओ के पंजीकरण के लिए प्रोत्साहित किया गया। किसानों ने परियोजना स्थलों पर आईसीएआर-एनआरआरआई द्वारा विकसित की गई विभिन्न प्रौद्योगिकियों के संबंध में अपने अनुभव भी साझा किए। भाकृअनुप-एनआरआरआई, कटक के निदेशक और ई-सीएचएएसआई परियोजना के प्रधान अन्वेषक डॉ. ए.के. नायक ने किसानों की प्रतिक्रिया के माध्यम से प्रभाव मूल्यांकन पर जोर दिया और तदनुसार हस्तक्षेप के पैकेज तैयार करने पर जोर दिया।