भाकृअनुप-एनआरआरआई, कटक में "प्रोद्भवन लेखा" पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

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भाकृअनुप-एनआरआरआई, कटक में “प्रोद्भवन लेखा” पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

भाकृअनुप के संस्थानों और केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालयों में कार्यरत वित्त और लेखा अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी और अन्य अधिकारी की दक्षता, योग्यता और ज्ञान, कौशल को समृद्ध करने और व्यावसायिकता विकसित करने हेतु भाकृअनुप-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक, ओडिशा द्वारा 22 से 26 नवंबर, 2021 तक “प्रोद्भवन लेखांकन” पांचवां बैच का पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। डॉ.जी.पी. शर्मा, निदेशक, वित्त, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के साथ उप निदेशक (वित्त) और श्री डी.डी. वर्मा, नियंत्रक, राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान, करनाल, श्री एस.के. पाठक, नियंत्रक, भाकृअनुप-भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर, श्री वी.आर.श्रीनिवासन, नियंत्रक, भाकृअनुप-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली और श्रीमती सुनीता आर्य, मुख्य वित्त एवं लेखा अधिकारी, भाकृअनुप-केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान, जोधपुर और अन्य संसाधन व्यक्तियों ने सत्र में वर्चुअल व्याख्यान दिया और प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों के साथ विचार-विनिमय किया और कई पहलुओं पर अपनी शंकाओं को स्पष्ट किया। प्रशिक्षण में प्रोद्भवन लेखांकन, जीएसटी, जीएफआर, टीएसए, आयकर आदि के सबसे मूलभूत और उन्नत स्तर को शामिल किया गया था। प्रतिभागियों द्वारा बेहतर सीखने के अनुभव के लिए सत्र-वार क्विज़, असाइनमेंट और पिछले दिनों के सत्रों का पुनर्पूंजीकरण करने का प्रयास किया गया था।
डॉ. डी.माईती, निदेशक, एनआरआरआई ने समापन सत्र में अपने संबोधन में भाकृअनुप के प्रशासनिक कर्मियों के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम के महत्व पर जोर दिया और श्री जी.पी.शर्मा, निदेशक, वित्त ने भाकृअनुप प्रणाली में वर्तमान प्रशिक्षण कार्यक्रम को सर्वश्रेष्ठ कार्यक्रम के रूप में ग्रेडिंग करते हुए जोर दिया तथा प्रतिभागियों से प्रशिक्षण के माध्यम से प्राप्त ज्ञान को कार्यान्वित करने के लिए आग्रह किया। श्री वी.आर. श्रीनिवासन, नियंत्रक, आईएआरआई ने रिकॉर्ड कीपिंग और प्रोद्भवन लेखांकन पर जोर दिया और श्री एस.के.पाठक, नियंत्रक, आईवीआरआई ने एक सतत प्रक्रिया के रूप में सीखने पर जोर दिया और कहा कि युवा पीढ़ी को इस तरह के क्षमता निर्माण कार्यक्रम में अधिक संख्या में भाग लेना चाहिए।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में 20 राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों के 39 भाकृअनुप संस्थानों के 53 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
डॉ. सुनील कुमार दास, वरिष्ठ वित्त एवं लेखा अधिकारी और पाठ्यक्रम निदेशक ने रिपोर्ट प्रस्तुत की, श्री वी. गणेश कुमार, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और डॉ. रंजन कुमार मोहंता, विषयवस्तु विशेषज्ञ, कृषि विज्ञान केंद्र और पाठ्यक्रम समन्वयक, प्रशिक्षण कार्यक्रम ने सुचारू संचालन के लिए अपना पूरा समर्थन दिया। श्री संतोष कुमार सेठी, तकनीकी अधिकारी (एरिसस सेल) और पाठ्यक्रम समन्वयक ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी संबंधितों के समर्थन और सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापन किया।

Author: crriadmin