गंजाम जिले के रानाझाली गांव में सीआरआरआई जैवउर्वरक मॉडल पर प्रशिक्षण सह प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित
जैवपोषक परियोजना के अंतर्गत ओडिशा के कृषक समुदाय के लिए सीआरआरआई जैवउर्वरक मॉडल पर प्रशिक्षण सह प्रदर्शन का आयोजन 06.02.2025 को जैवपोषक परियोजना के अंतर्गत गंजाम जिले के रानाझाली गांव में आयोजित किया गया। डॉ. उपेंद्र कुमार इस विशेष परियोजना के प्रधान अन्वेषक हैं। यह विशेष परियोजना कृषि किसान कल्याण विभाग, भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित है। ओडिशा के किसानों के बीच पर्यावरण के अनुकूल जैवउर्वरकों को लोकप्रिय बनाने पर जोर दिया गया ताकि हानिकारक रासायनिक उर्वरकों की जगह ली जा सके जो पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा पैदा करते हैं और धीरे-धीरे मिट्टी के स्वास्थ्य को खराब करते हैं। इस कार्यक्रम का समन्वयन भाकृअनुप-सीआरआरआई, कटक के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. दिव्येंदु चटर्जी ने किया। उन्होंने सब्जी फसलों में इसके प्रदर्शन के साथ-साथ हानिकारक रासायनिक उर्वरकों को बदलने के लिए जैवउर्वरक, एनआरआरआई एंडो-एन का उपयोग करने के लाभों को समझाया। परियोजना के अनुसंधान सहयोगी डॉ. साई कृष्णा रेपल्ली ने किसानों को एनआरआरआई-टेक डीकंपोजर के लाभ के बारे में बताया और उसके बाद धान पराली का व्यावहारिक प्रदर्शन किया। परियोजना कर्मचारियों ने भी कार्यक्रम में सहयोग किया। इसमें कुल 72 किसानों ने भाग लिया और इस कार्यक्रम से लाभ उठाया। कार्यक्रम में सरपंच श्रीमती अनीता प्रधान भी मौजूद थीं।
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