संस्थान प्रौद्योगिकी प्रबंधन इकाई (आईटीएमयू)
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की योजना “बौद्धिक संपदा प्रबंधन और कृषि प्रौद्योगिकी योजना का हस्तांतरण / व्यावसायीकरण (मौजूदा घटक का अप-स्केलिंग अर्थात बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर)) परिषद मुख्यालय प्रबंधन और सूचना योजना के तहत सेवाएं)” शीर्षक के तहत वर्ष 2008 में संस्थान प्रौद्योगिकी प्रबंधन इकाई (आईटीएमयू) की स्थापना की गई थी एवं यह परिषद द्वारा वित्त पोषित है। इस परियोजना को आगे दो प्रमुख भागों में विभाजित किया गया है: क) राष्ट्रीय कृषि नवोन्मेष निधि (एनएआईएफ), ख) कृषि व्यवसाय इंक्यूबेशन (एबीआई) निधि।
आईटीएमयू उभरती प्रौद्योगिकियों की पहचान करने और संस्थान के बौद्धिक संपदा संविभागों का प्रबंधन करने के लिए एक सुविधक और सहायक इकाई के रूप में कार्य करता है। यह इकाई पेटेंट आवेदन दाखिल करने के लिए प्रस्तुत किए गए मामलों की जांच और प्रक्रिया करती है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की नीति दिशानिर्देशों के अनुपालन तथा संस्थान प्रौद्योगिकी प्रबंधन समिति (आईटीएमसी) के अनुसार आईटीएमयू बौद्धिक संपदा व्यवस्था और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के तहत मुद्दों का समाधान व निपटान करता है।
उद्देश्य
- भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के दिशानिर्देशों और समय-समय पर परिषद में लिए गए किसी भी अन्य प्रशासनिक या नीतिगत निर्णयों का पालन करते हुए संस्थान स्तर पर सभी बौद्धिक संपदा संरक्षण, रखरखाव और हस्तांतरण / व्यावसायीकरण संबंधी मामलों का पालन करना।
- क्षेत्रीय कृषि-प्रौद्योगिकी प्रबंधन केंद्रों (जेडटीएमसी) से क्षेत्रीय स्तर पर या परिषद मुख्यालय में कृषि-प्रौद्योगिकी प्रबंधन केंद्र (एटीएमसी) से कोई विशिष्ट मामला या विषय के आधार सलाह/सहायता प्राप्त करना।
आईटीएमयू की प्रमुख कार्यकलापें सभी बौद्धिक संपदा अधिकारों से संबंधित मुद्दों को क्रियान्वित और संरक्षित करना है जो इस प्रकार हैं:
- संस्थान प्रौद्योगिकियों का पेटेंट आवेदन करना।
- प्रौद्योगिकी व्यावसायीकरण
- अनुबंध अनुसंधान/परामर्श संबंधी मुद्दे
- अनुसंधान और तकनीकी प्रकाशनों का कॉपीराइट
- पौधों की किस्मों का पंजीकरण-नया/वर्तमान किस्म
- विशिष्ट जननद्रव्य पंजीकरण
- अन्य सभी बौद्धिक संपदा मुद्दे
संस्थान प्रौद्योगिकी प्रबंधन समिति:
क्रम सं. | भाकृअनुप-एनआरआरआई में संस्थान प्रौद्योगिकी प्रबंधन समिति (आईटीएमसी) | ||
1. | डॉ. ए. के. नायक निदेशक |
: | अध्यक्ष |
2. | डॉ. एस. सामंतराय, प्रमुख, सीआईडी | : | सदस्य |
3. | डॉ. बी. मोंडल, प्रधान वैज्ञानिक, एसएसडी | : | सदस्य |
4. | डॉ. ए. के. मुखर्जी, प्रधान वैज्ञानिक, सीपीटीडी | : | सदस्य |
5. | डॉ. के. चट्टोपाध्याय, प्रधान वैज्ञानिक, सीआईडी | : | सदस्य |
6. | डॉ. आर.एल. वर्मा, वरिष्ठ वैज्ञानिक, सीआईडी | : | सदस्य |
7. | डॉ नागेश बारिक, प्रधान वैज्ञानिक | : | बाहरी सदस्य |
8. | सभी विभागाध्यक्ष, एचओओ एवं एसएफएओ | : | आमंत्रित सदस्य |
9. | डॉ. जी ए के कुमार, अध्यक्ष, सामाजिक विज्ञान प्रभाग | : | सदस्य सचिव |
प्रमुख उपलब्धियां
आवेदन किए गए पेटेंट /प्राप्त पेटेंट:
1. वैकल्पिक ऊर्जा (सौर) प्रकाश जाल।
2. पादप रोगज़नक़ संक्रमण, वृद्धि और उसके उपयोग के जैव नियंत्रण के लिए एक बहु-उपयोग संरचना।
3. चावल पत्ता मोड़क, कैनाफलोक्रोसिस मेडिनैलिस को नियंत्रित करने के लिए एंटोमोफंगल रोगज़नक़ ब्यूवेरिया बेसियाना TF6 का उत्पादन और सूत्रीकरण।
4. चावल पत्ता मोड़क को नियंत्रित करने के लिए फंगल एंटोमोपैथोजेन मेटारहिजम एनिसोप्लिया TF19 का विकास।
5. चावल पत्ता मोड़क को नियंत्रित करने के लिए जीवाणु एंटोमोपैथोजेन बैसिलस थुरिंगिएन्सिस टीबी263 का विकास।
6. चावल पत्ता मोड़क को नियंत्रित करने के लिए जीवाणु एंटोमोपैथोजेन बैसिलस थुरिंगिएन्सिस टीबी160 का विकास।
7. एंथेर कल्चर के माध्यम से चावल में एल्बिनो मुक्त प्ररोह पुनर्जनन की विधि।
8. चावल पत्ता मोड़क को नियंत्रित करने के लिए जीवाणु एंटोमोपैथोजेन बैसिलस थुरिंगिएन्सिस टीबी161 का विकास।
9. चावल पत्ता मोड़क को नियंत्रित करने के लिए जीवाणु एंटोमोपैथोजेन बैसिलस थुरिंगिएन्सिस टीबी261 का विकास।
नई पौधों की किस्में:
सुरक्षा के पंजीकरण के लिए पौधा किस्म एवं किसान अधिकार सरंक्षण प्राधिकारण, नई दिल्ली में उनतालीस नई पौधों की किस्मों के लिए आवेदन दायर किए गए थे, जिनमें से 28 पंजीकृत हो गए हैं और अन्य पंजीकरण के अंतिम चरण में हैं।
विशिष्ट पौधा जननद्रव्य:
विशिष्ट लक्षणों वाले छब्बीस जननद्रव्यों को भाकृअनुप-एनबीपीजीआर, नई दिल्ली में पंजीकृत किया गया है।
प्रौद्योगिकी हस्तांतरण/समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर:
भाकृअनुप-एनआरआरआई प्रौद्योगिकियों के व्यावसायीकरण के लिए निजी कंपनियों के साथ सत्तर समझौते ज्ञापन/परामर्श/अनुबंध अनुसंधान परियोजनाओं पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें
डॉ. डी. माईती
निदेशक और अध्यक्ष, आईटीएमयू
भाकृअनुप-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान,
कटक-753006, ओडिशा
फोन: +91-671-2367757; पीएबीएक्स: +91-671-2367768-783
फैक्स: +91-671-2367663
ईमेल: Director.nrri@icar.gov.in | crrictc@nic.in
डॉ. बी. सी. पात्रा
प्रभारी अधिकारी
संस्थान प्रौद्योगिकी प्रबंधन इकाई
भाकृअनुप-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान,
कटक – 753006, ओडिशा
प्रारूप
• संकर किस्मों के व्यावसायीकरण के लिए समझौते ज्ञापन पर हस्ताक्षर हेतु प्रारूप
• अन्तः प्रजनन किस्मों के व्यावसायीकरण के लिए समझौते ज्ञापन पर हस्ताक्षर हेतु प्रारूप
• सामग्री हस्तांतरण समझौते (एमटीए) के लिए प्रारूप
• अग्रिम भुगतान के वायर ट्रांसफर के लिए खाता विवरण