उन्नत कृषि सुविधाओं का उद्घाटन और विद्यार्थियों की प्रेरणादायी सहभागिता: डॉ. एच. पाठक द्वारा भाकृअनुप-एनआरआरआई, कटक का परिदर्शन

News

उन्नत कृषि सुविधाओं का उद्घाटन और विद्यार्थियों की प्रेरणादायी सहभागिता: डॉ. एच. पाठक द्वारा भाकृअनुप-एनआरआरआई, कटक का परिदर्शन

कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग के माननीय सचिव तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. एच. पाठक ने 13 जुलाई 2024 को भाकृअनुप-एनआरआरआई, कटक का परिदर्शन किया, जो संस्थान के लिए एक महत्वपूर्ण घटना थी। अपने दौरे के दौरान, उन्होंने एनआरआरआई फार्म और ड्रोन प्रशिक्षण केंद्र में नई भूमिगत सिंचाई प्रणाली का उद्‌घाटन किया, जो उन्नत कृषि प्रौद्योगिकियों के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। भूमिगत सिंचाई प्रणाली सटीक जल वितरण को सक्षम करने के साथ-साथ अपशिष्ट को कम करेगी और इष्टतम फसल विकास सुनिश्चित करेगी, जबकि ड्रोन प्रशिक्षण केंद्र शोधकर्ताओं और छात्रों को विभिन्न कृषि प्रयोगों के लिए अत्याधुनिक ड्रोन प्रौद्योगिकी का उपयोग करने के कौशल उपलब्धता करेगा। डॉ. पाठक ने एनआरआरआई एग्रो इको-टूरिज्म स्थल का भी दौरा किया और एमकेसीजी सभागार परिसर में वृक्षारोपण किया।
इस अवसर पर भाकृअनुप-एनआरआरआई, कटक के निदेशक डॉ. ए.के. नायक ने स्वागत भाषण दिया, जिसमें उन्होंने डॉ. पाठक की सहायता और नेतृत्व के लिए संस्थान की ओर से आभार व्यक्त किया। डॉ. पाठक ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए संस्थान के उद्देश्यों को प्राप्त करने में नवाचार और सहयोग की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने नई पहलों, तकनीकी उन्नति और की गई प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने वैज्ञानिकों को चावल की खेती में उभरती चुनौतियों से निपटने के लिए प्रोत्साहित किया। उनके दौरे ने पूरे एनआरआरआई समुदाय को प्रेरित और प्रोत्साहित किया, कृषि अनुसंधान को आगे बढ़ाने में उनके काम के महत्व पर जोर दिया।
इसके अलावा, उन्होंने आईएआरआई-कटक हब के स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी छात्रों के साथ चर्चा की, उन्हें कृषि चुनौतियों के रचनात्मक उत्तर खोजने के लिए व्यावहारिक सलाह और प्रेरणा दी, साथ ही भारत में कृषि अनुसंधान की दिशा पर अपने दृष्टिकोण से अवगत कराया। छात्रों के लिए यह परिचर्चा बेहद प्रेरक रही, क्योंकि डॉ. पाठक ने कृषि में प्रगति की अगली लहर को आगे बढ़ाने में युवा वैज्ञानिकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। समाजविज्ञान प्रभाग के अध्यक्ष डॉ. जी.ए.के. कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

Author: crriadmin