भाकृअनुप-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक ने ओडिशा से सुगंधित चावल (एरोरिस) के निर्यात के लिए मेमोरैंडम ऑफ एसोसिएशन पर हस्ताक्षर किया

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भाकृअनुप-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक ने ओडिशा से सुगंधित चावल (एरोरिस) के निर्यात के लिए मेमोरैंडम ऑफ एसोसिएशन पर हस्ताक्षर किया

भाकृअनुप-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक ने नयागढ़, ओडिशा से छोटे दाने वाले सुगंधित चावल के निर्यात के लिए एग्रोप्लस प्रोडक्शन एंड सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के साथ 23 अप्रैल, 2023 को एक मेमोरैंडम ऑफ एसोसिएशन (एमओए) पर हस्ताक्षर किया। आरकेवीवाई-ओडिशा प्रायोजित परियोजना ‘4S4R मॉडल फॉर प्रोडक्शन, मार्केटिंग एंड एक्सपोर्ट ऑफ ओडिशा एरोमैटिक राइस (एरोरिस)’ नामक कार्यक्रम में से यह एमओए के रूप में हस्ताक्षर किए गए। परियोजना पायलट आधार पर कांधमाल, कालाहांडी, कोरापुट और मयूरभंज में लागू की गई है। मेमोरैंडम ऑफ एसोसिएशन ओडिशा से गैर-बासमती सुगंधित चावल की भूमिजातियों और चावल किस्मों के व्यावसायीकरण के संबंध में है। इस क्षेत्र की गैर-बासमती सुगंधित भूमिजातियां प्रमुख रूप से छोटे दाने वाली हैं जो वैश्विक व्यापार में एक नया बाजार तलाश रही हैं। परियोजना का सबसे प्रमुख उद्देश्य ओडिशा से सुगंधित चावल के निर्यात को बढ़ावा देना है। इसकी शुरुआत के पहले वर्ष में परियोजना का उद्देश्य एफपीओ के माध्यम से निर्दिष्ट जिलों में 5000 टन सुगंधित चावल का उत्पादन करना है। बेहतर विपणन हेतु उपज की एकरूपता बनाए रखने के लिए बीज श्रृंखला के माध्यम से शुद्ध बीज उपलब्ध कराने के लिए भाकृअनुप-एनआरआरआई जिम्मेदार होगा। भाकृअनुप-एनआरआरआई स्थापित एफपीओ में किसानों को बीज उत्पादन, चावल उत्पादन, फसल प्रबंधन, कटाई के बाद के प्रबंधन, कटाई के बाद के प्रसंस्करण और बड़े पैमाने पर उत्पादन और उपज का निर्यात विपणन के लिए मूल्यवर्धन के संबंध में किसानों के प्रशिक्षण के लिए भी जिम्मेदार होगा। यह परियोजना कृषक समुदाय की बेहतरी के लिए सार्वजनिक निजी भागीदारी का एक अच्छा उदाहरण स्थापित कर सकती है।

Author: crriadmin