भाकृअनुप-एनआरआरआई द्वारा अत्याधुनिक क्षेत्रों में छात्रों के प्रशिक्षण और गुणवत्तापूर्ण स्नातकोत्तर अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
भाकृअनुप-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक ने शिक्षार्थियों के प्रशिक्षण, उच्च स्तरीय पोस्टग्रेजुएट शोध, उद्यमिता विकास, और कटिंग-एज क्षेत्रों में सहयोगी शोध के प्रोत्साहन के लिए 27 जुलाई, 2023 को दो समझौते ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। ये समझौते ओडिशा के भुवनेश्वर में स्थित श्री श्री यूनिवर्सिटी और कटक के अड़सपुर के उदयनाथ ऑटोनॉमस कॉलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के बीच हुए हैं।
इन समझौते ज्ञापन के माध्यम से भाकृअनुप-एनआरआरआई तथा दो शिक्षाविद्यालयों के बीच सहयोगी प्रयासों की शुरुआत होगी जिसमें फैकल्टी और विद्यार्थी विनिमय कार्यक्रम संभव होंगे। इस पहल के द्वारा शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों को धान फसल की विभिन्न पारिस्थितिकियों और खेती विधियों में मूल्यवान अनुभव प्राप्त होगा।
भाकृअनुप-एनआरआरआई के निदेशक डॉ. ए.के.नायक ने दोनों संस्थाओं के स्नातक और स्नातकोत्तर विद्यार्थियों का एनआरआरआई में उपलब्ध विशेषज्ञता और गुणवत्ता प्रयोगशाला सुविधाओं तक पहुंच और अनुभव के संदर्भ में समझौते ज्ञापन के लाभों पर प्रकाश डाला। इसके अलावा, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि समझौते पर हस्ताक्षर करने से विद्यार्थी विनिमय कार्यक्रम की सुविधा मिलेगी जिसमें दोनों संस्थाओं के पंजीकृत छात्र एनआरआरआई, कटक में अपने शोध प्रबंध कार्य को आगे बढ़ाएंगे। इसके अतिरिक्त, निदेशक ने संस्थानों के संकायों के बीच अनुसंधान सहयोग को बढ़ाने के लिए संस्थानों के बीच सहयोगात्मक अनुसंधान प्रस्ताव तैयार करने पर भी जोर दिया।
भाकृअनुप-एनआरआरआई कटक के परिसर में हुए हस्ताक्षर कार्यक्रम संपन्न हुआ। एनआरआरआई कटक के निदेशक डॉ. ए.के. नायक, श्री श्री यूनिवर्सिटी के कार्यकारी पंजीकरणदाता प्रो. (डॉ.) डी.पी. साहू और उदयनाथ ऑटोनॉमस कॉलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के पी.जी. विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ.) शांतिलता साहू द्वारा हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर तीन संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ साथ, श्री श्री यूनिवर्सिटी से प्रो. (डॉ.) एस. कुमारास्वामी, प्रोफेसर एवं डीन और उदयनाथ ऑटोनॉमस कॉलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के आईक्यूएसी के समन्वयक डॉ. कृपासिन्धु प्रधान उपस्थित शामिल थे साथ ही एनआरआरआई के प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों डॉ. एम.जे. बेग, डॉ. जी.ए.के. कुमार, डॉ. एस. सामंतराय और डॉ. एस.डी. महापात्र भी मौजूद थे।
इन समझौते ज्ञापन के माध्यम से सहयोग को बढ़ावा देने के द्वारा भाकृअनुप-एनआरआरआई का उद्देश्य चावल अनुसंधान और कृषि के क्षेत्र में ज्ञान साझा करने और विकास के सार को संरक्षित करते हुए तीनों संस्थानों के छात्रों और संकाय सदस्यों की शैक्षणिक और अनुसंधान क्षमताओं को बढ़ाना है। इस साझेदारी से क्षेत्र और उसके बाहर अत्याधुनिक अनुसंधान को आगे बढ़ाने और टिकाऊ कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने के संदर्भ में उपयोगी परिणाम मिलने की उम्मीद है।