भाकृअनुप-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (एनआरआरआई), कटक में 28 अप्रैल 2022 को 'किसान भागीदारी, प्राथमिक हमारी' अभियान के तहत कार्यक्रम आयोजित

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भाकृअनुप-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (एनआरआरआई), कटक में 28 अप्रैल 2022 को ‘किसान भागीदारी, प्राथमिक हमारी’ अभियान के तहत कार्यक्रम आयोजित

भाकृअनुप-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (एनआरआरआई), कटक ने आजादी का अमृत महोत्सव के तहत ‘किसान भागीदारी, प्राथमिकता हमारी’ अभियान (25 से 30 अप्रैल 2022) के तहत 20 अप्रैल 2022 को कार्यक्रम का आयोजन किया। इसमें 220 किसान और संस्थान के लगभग 70 कर्मचारी शामिल थे। इस अवसर पर संस्थान की निदेशक डॉ. पद्मिनी स्वाईं ने इस विषय पर प्रकाश डाला कि देश अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष और हमारे देश के गौरवशाली इतिहास से जुड़ी उपलब्धियों के उपलक्ष्य में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ को एक सामूहिक उत्सव के रूप में मना रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि इस वर्ष के दौरान सरकार द्वारा लोगों के लिए कई विकासात्मक गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं तथा प्रधानमंत्री फसल सीमा योजना ‘किसान भागीदारी, प्राथमिकता हमारी’ अभियान के तहत इस सप्ताह के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में से एक है। सामाजिक विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. जी ए के कुमार ने गणमान्य व्यक्तियों के साथ-साथ किसानों का स्वागत किया और ‘किसान भागीदारी, प्राथमिकता हमारी’ अभियान के बारे में विस्तार से बताया, जिसे 25 से 30 अप्रैल, 2022 के दौरान ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ के तहत भारत सरकार के विभिन्न अन्य मंत्रालयों/विभागों के साथ सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। समाज विज्ञान विभाग के प्रधान वैज्ञानिक डॉ.एस.के.मिश्र ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि; प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना; प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना 4 प्रति बूंद अधिक फसल; प्रधान मंत्री किसान मानधन योजना; किसान क्रेडिट कार्ड; कृषि ऋण; ई-राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-एनएएम); किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ); मृदा स्वास्थ्य कार्ड; जैविक और प्राकृतिक खेती; पौध संरक्षण और पौध सुरक्षा; मधुमक्खी पालन; फार्म मशीनीकरण; राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन; बीज और रोपण सामग्री; बागवानी के एकीकृत विकास पर मिशन; विस्तार सुधार (एटीएमए); आरकेवीवाई- रफ़्तार-एग्री स्टार्ट-अप, आदि जैसी सरकार की विभिन्न प्रमुख योजनाओं की उपलब्धियों के बारे में बताया और उनका वर्णन किया। फसल उत्पादन प्रभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. बी.एस.सतपथी ने फसल विविधीकरण और प्राकृतिक खेती पर विचार-विमर्श किया और उनके लाभों को बताया। फसल सुधार विभाग की वैज्ञानिक डॉ. सुतापा सरकार ने बायो-फोर्टिफिकेशन और न्यूट्रिएंट ग्रूम के अभियान के बारे में विस्तार से बताया और खाद्य और पोषण सुरक्षा के साथ इसके अंतर्संबंधों को समझाया। इसके अलावा, उन्होंने विभिन्न प्रकार के विकास, मृदा-स्वास्थ्य रखरखाव के तरीकों को विकसित करने, प्रथाओं के पैकेज, कृषि मशीनीकरण, चावल की गुणवत्ता नियंत्रण, जैव-फोर्टिफाइड किस्मों के लिए कीट-कीट नियंत्रण आदि के संदर्भ में भाकृअनुप-एनआरआरआई की भूमिका पर जोर दिया।
किसानों और किसान महिलाओं को किसान क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने, किसान उत्पादक संगठनों में शामिल होने और पीएम किसान सम्मान निधि और केंद्र सरकार की अन्य योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। ग्राम स्तरीय बैठकों के रूप में अनुवर्ती कार्रवाई, प्रक्षेत्र दिवस आयोजित किए जाएंगे जिसमें केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभों पर जोर दिया जाएगा। अंत में आयोजन सचिव डॉ बी मंडल ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

Author: crriadmin