राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक ने भारतीय संविधान के प्रवर्तन के उपलक्ष्य में अपने मुख्य परिसर में 75वां गणतंत्र दिवस मनाया। इस वर्ष का गणतंत्र दिवस का शीर्षक “विकसित भारत” और “भारत – लोकतंत्र की मातृका” है जो राष्ट्र की आकांक्षाओं और लोकतांत्रिक लोकाचार को समाहित करती है। भाकृअनुप-एनआरआरआई, कटक के निदेशक डॉ. ए के नायक ने स्वतंत्रता-संग्राम के बहादुर सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की और एकता और संप्रभुता का प्रतीक, बहुमूल्य राष्ट्रीय ध्वज फहराया। संस्थान के कर्मचारियों और छात्रों को अपने संबोधन में, डॉ. नायक ने ब्रिटिश शासन के चंगुल से हमारे देश को कड़ी मेहनत से मिली आजादी के गौरवशाली इतिहास को उजागर किया। उन्होंने उन दृढ़ स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की जिनके अदम्य साहस ने हमें लोकतंत्र की अनमोल विरासत का उपहार दिया। उन्होंने चावल अनुसंधान और किसानों के जीवन की बेहतरी में अपने अग्रणी कार्य के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में संस्थान के गहन योगदान को स्वीकार किया। एनआरआरआई कृषि अनुसंधान और कल्याण में अग्रणी बना हुआ है तथा यह एक उज्जवल कल की निरंतर खोज में प्रगति के प्रतीक के रूप में खड़ा है।