भाकृअनूप-एनआरआरआई, कटक में विदेशी सहायता प्राप्त परियोजनाएं
क्रमांक | परियोजना की शीर्षक | निधि स्रोत | परियोजना की अवधि | संस्थान/वैज्ञानिक शामिल |
1 | अफ्रीका और दक्षिण एशिया के गरीब किसानों के लिए तनाव सहिष्णु चावल – दक्षिण एशिया के सूखा प्रवण वर्षा सिंचित चावल क्षेत्र – हजारीबाग केंद्र | भाकृअनुप – आईआरआरआई (बीएमजीएफ) | 01.4.2014 से 28.2.2019 | एनआरआरआई-सीआयूआरआरएस, हजारीबाग/एन पी मंडल |
2 | अफ्रीका और दक्षिण एशिया के गरीब किसानों के लिए तनाव सहिष्णु चावल- सूखा प्रवण क्षेत्र- सीआरआरआई केंद्र | भाकृअनुप – आईआरआरआई (बीएमजीएफ | 01.4.2014 से 28.2.2019 | एनआरआरआई, कटक/ए आनंदन, पी स्वाईं |
3 | अफ्रीका और दक्षिण एशिया के गरीब किसानों के लिए तनाव सहिष्णु चावल – जलमग्नता और बाढ़ प्रवण क्षेत्र (स्ट्रासा) | भाकृअनुप – आईआरआरआई (बीएमजीएफ | 01.4.2014 से 28.2.2019 | एनआरआरआई, कटक/जे एन रेड्डी, एस एस सी पटनायक, के चक्रवर्ती, के चट्टोपाध्याय |
4 | अफ्रीका और दक्षिण एशिया के गरीब किसानों के लिए तनाव सहिष्णु चावल – लवण प्रभावित क्षेत्र (स्ट्रासा) | भाकृअनुप – आईआरआरआई (बीएमजीएफ | 01.4.2014 से 28.2.2019 | एनआरआरआई, कटक/बी मरंडी, ए नायक, ए पूनम, के चट्टोपाध्याय, के चक्रवर्ती |
5 | अफ्रीका और दक्षिण एशिया के गरीब किसानों के लिए तनाव सहिष्णु चावल – उप अनुदान, बीज | आईआरआरआई-आईसीएआर (स्ट्रासा) | 01.4.2014 से 31.10.2019 | आर के साहू, पी संघमित्रा, आर पी शाह |
6 | ओडिशा राज्य के लिए चावल में फसल और पोषक तत्व प्रबंधन प्रथाओं का विकास | भाकृअनुप-आईआरआरआई (स्ट्रासा/ईसी आईएफएडी) | 01.6.2013 से 01.6.2020 | एनआरआरआई, कटक/एस साहा, बी सी पात्र |
7 | चावल में अजैविक दबावों के प्रबंधन के लिए रोगाणुओं का प्रयोग | भाकृअनुप – आईआरआरआई | 01.4.2014 से 31.3.2020 | एनआरआरआई, कटक/ए के मुखर्जी |
8 | पूर्वी भारत में भविष्य में वर्षारित निचलीभूमि चावल प्रणाली 15 (T3) (चावल में फसल और पोषक तत्व प्रबंधन प्रथाओं का विकास) | स्ट्रासा दक्षिण एशिया | 01.6.2014 से 31.3.2016 | एनआरआरआई, कटक/एके नायक, पी गौतम, बी लाल, एम शाहिद, आर त्रिपाठी, डी भादुड़ी, के चक्रवर्ती |
9 | आईसीएआर-सीएसआईएसए सहयोगी परियोजना (चरण III) – एनआरआरआई में सतत गहनता प्रौद्योगिकियों के निकट और दीर्घकालिक प्रभावों को मापने के लिए अनुसंधान | आईआरआरआई | 2016 से 2020 | एनआरआरआई, कटक/आर त्रिपाठी, डी चटर्जी, एम शाहिद, बी बी पंडा, ए के नायक |
10 | उपज विषमता बढ़ाने के लिए संकर चावल पैतृक वंश का आनुवंशिक सुधार | आशियां | 2017 से 2020 | एनआरआरआई, कटक/आर एल वर्मा, आर पी साह, जे एल कटारा, एल के बोस, एस सामंतराय |
11 | लक्ष्यीकरण चावल-परती भूमि: एक फसल प्रणाली आधारित एक्सट्रपलेशन डोमेन उपाय | भाकृअनुप – आईआरआरआई (बीएमजीएफ | 01.4.2014 से 28.2.2019 | एनआरआरआई-सीआयूआरआरएस, हजारीबाग/एन पी मंडल |
12 | चावल फसल प्रबंधक के माध्यम से ओडिशा में चावल आधारित फसल प्रणाली की उत्पादकता और लाभप्रदता बढ़ाना | आईआरआरआई | 01.6.2017 से 01.3.2020 | एनआरआरआई, कटक/एस साहा, बी एस शतपथी |
13 | ओडिशा में अभिनव प्रदर्शनों और विस्तार उपयों के माध्यम से एसटीआरवी की बीज प्रणाली को सुदृढ़ बनाना | आईआरआरआई | 01.4.2016 से 31.3.2021 | एनआरआरआई, कटक/आर के साहू, आर पी शाह, पी संघमित्रा |
14 | भारतीय श्रेष्ठ किस्मों के प्रमुख जैविक तनाव (भूरा पौध माहू, प्रध्वंस, जीवाणुज अंगमारी, आच्छद अंगमारी) के लिए उपज क्षमता और टिकाऊ प्रतिरोधिता बढ़ाने के लिए जीनोमिक्स-सहायता प्राप्त प्रजनन | आईआरआरआई | 2017 से 2022 | एनआरआरआई, कटक/एम के कर, एल बेहेरा, एस के प्रधान, एस के दास, एल के बोस, जी पी पांडी, ए के मुखर्जी, पी सी रथ |
15 | दक्षिण एशिया के लिए अनाज प्रणाली पहल (सीएसआईएसए) – केवीके, कटक | आईआरआरआई – सीएसआईएसए परियोजना | 2017 से 2020 | एनआरआरआई, केवीके कटक/डीआर सडंगी, टी आर साहू, आर के मोहंता |
16 | जलवायु अनुकूल किस्मों के लिए जलवायु स्मार्ट प्रथाओं का विकास | आईआरआरआई | 01.4.2018 | एनआरआरआई, कटक/अंजनी कुमार, एच पाठक, ए के नायक, एस साहा |
17 | ओडिशा के लिए चावल डॉक्टर का विकास और कार्यान्वयन | आईआरआरआई – ओडिशा | 12.7.2018 से 31.3.2019 | एनआरआरआई, कटक/पी सी रथ, एके मुखर्जी, एस लेंका |
18 | हार्वेस्ट प्लस प्रोग्राम : चावल का जैवसुदृढ़ीकरण | आईएफपीआरआईएवं सीआईएटी | 01.01.2018 से 30.6.2019 | एनआरआरआई, कटक/के चट्टोपाध्याय, अवधेश कुमार, पी संघमित्रा, जी कुमार, एल के बोस |
19 | ओडिशा में ज्ञान, नवीन विस्तार विधियों, नेटवर्क और क्षमता निर्माण के माध्यम से समावेशी विकास | आईआरआरआई | 2018 से 2021 | एनआरआरआई, कटक/राहुल त्रिपाठी, एस सामंतराय, जी पी पांडि |
20 | टीआरबी के माध्यम से सिंचित और बारानी पारिस्थितिकी तंत्र के लिए उच्च उपज देने वाली चावल की नई किस्में | आईआरआरआई | 01.7.2018 से 2023 | एनआरआरआई, कटक/एस के दास, आर एल वर्मा, जे एल कटारा, एस सकार, रामेश्वर साह, जे मेहर |
21 | खरपतवार की गतिशीलता, शाकनाशी प्रभावोत्पादकता और सीधी-बीज वाले चावल के लिए अनुकूली समाधान विकसित करने पर भविष्य के जलवायु परिवर्तन का प्रभाव | आईआरआरआई | एनआरआरआई, कटक/एस साहा, बी एस सतपथी | एनआरआरआई, कटक/एस साहा, बी एस सतपथी |
22 | भारतीय प्रधान फसलों में आनुवंशिक लाभ में सुधार के लिए अगली पीढ़ी के प्रजनन, जीनोटाइपिंग और डिजिटलीकरण उपाय का | आईआरआरआई -बीएमजीएफ | 2019 | एनआरआरआई, कटक/एस के प्रधान, एल बेहेरा, एस के दास, एम चक्रवर्ती |
23 | खाद्य और पोषण सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सतत गहनता और कृषि-पारिस्थितिक कृषि प्रणालियों के माध्यम से भारतीय छोटे भूमि वाले धारकों की जलवायु अनुकूलनीयता का निर्माण | नॉर्वेजियन इंस्टीट्यूट ऑफ बायोइकोनॉमी रिसर्च (एनआईबीआईओ), नॉर्वे | 2019 से 2022 | एनआरआरआई, कटक/ए के नायक, बी बी पंडा, एस डी महापात्र, आर त्रिपाठी, एम डी शाहिद, एस महांती, एस प्रियदर्शिनी, एस साहा, एच पाठक, डीआर सडंगी |
24 | चावल में प्रजनन अवस्था में लवणता सहिष्णुता में वृद्धि | आईआरआरआई | 2018 से 2022 | एनआरआरआई, कटक/के चट्टोपाध्याय, बी सी मरांडी, के चक्रवर्ती, एल के बोस, ए के नायक |