चावल में पोषक तत्व उपयोग दक्षता बढ़ाने के लिए माइक्रोबियल फॉर्मूलेशन पर प्रशिक्षण कार्यक्रम सह क्षेत्र दिवस
‘स्थायी गहनता और डिजिटल संचालित ज्ञान प्रसार (ई-चासी) के माध्यम से जलवायु परिवर्तन के लिए छोटे किसानों की प्रतिरोधिता को बढ़ाना’परियोजना के अंतर्गत भद्रक जिले के सहदा गांव में चावल में पोषक तत्व उपयोग दक्षता बढ़ाने के लिए माइक्रोबियल फॉर्मूलेशन पर प्रशिक्षण कार्यक्रम सह क्षेत्र दिवस 17.03.2025 को आयोजित किया गया। एनआरआरआई के निदेशक डॉ ए के नायक इस परियोजना के प्रमुख अन्वेषक हैं, जिसे ओडिशा सरकार द्वारा वित्त पोषित किया गया है। इस कार्यक्रम का समन्वयन वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ उपेंद्र कुमार ने किया। उन्होंने जैव उर्वरकों के प्रयोगों के माध्यम से छोटे जोत वाले किसानों की प्रतिरोधिता पर जोर दिया है जिससे रासायनिक उर्वरकों पर निवेश लागत कम हो सकती है। हानिकारक रासायनिक उर्वरकों को इन माइक्रोबियल फॉर्मूलेशन से बदलने से पर्यावरण की रक्षा करके कृषि पारिस्थितिक गहनता में मदद मिलेगी। श्री मनोज कुमार नायक ने अन्य परियोजना कर्मचारियों के साथ मिलकर कार्यक्रम का संचालन किया, जिसमें कुल 120 किसानों और महिला किसानों ने भाग लिया और इस कार्यक्रम से लाभान्वित हुए।
![]() |
![]() |