पुरी जिले में सीआरआरआई जैवउर्वरक मॉडल के अनुकूलन पर एकीकृत कृषि प्रणाली और प्रगतिशील किसानों के लिए प्रक्षेत्र दिवस सह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

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पुरी जिले में सीआरआरआई जैवउर्वरक मॉडल के अनुकूलन पर एकीकृत कृषि प्रणाली और प्रगतिशील किसानों के लिए प्रक्षेत्र दिवस सह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

ओडिशा सरकार के डीएएफई द्वारा वित्तपोषित जैवपोषक परियोजना “ओडिशा में चावल आधारित फसल और खेती प्रणाली में गुणवत्ता वाले जैवइनोकुलेंट्स का उत्पादन, लोकप्रियकरण और आपूर्ति” के तहत 05.05.2025 को पुरी जिले के सत्यबादी प्रखंड के संधारा सासन गांव में “एकीकृत कृषि प्रणाली (आईएफएस) और प्रगतिशील किसानों के लिए सीआरआरआई जैवउर्वरक मॉडल के अनुकूलन पर प्रक्षेत्र दिवस सह प्रशिक्षण कार्यक्रम”आयोजित किया गया। सीआरआरआई के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. उपेंद्र कुमार इस अभिनव परियोजना के प्रमुख अन्वेषक हैं। इस कार्यक्रम का संचालन प्रगतिशील किसान श्री सनातन बेहरा ने किया। डॉ. सूर्यनारायण मिश्र, वरिष्ठ वैज्ञानिक और प्रमुख केवीके पुरी और डॉ. सार्थक पटनायक, वैज्ञानिक, केवीके पुरी इस कार्यक्रम में संसाधन व्यक्ति थे। डॉ उपेंद्र कुमार ने एकीकृत कृषि प्रणाली (आईएफएस) में सीआरआरआई जैव उर्वरक मॉडल के प्रयोगों पर जोर दिया और सीआरआरआई उत्पादों एंडो एन, एंडो एनपीके, टेक डीकंपोजर, ट्राइकोडर्मा और अजोला के बारे में विस्तार से बताया। डॉ एस एन मिश्र ने आईएफएस में किसानों की आय में सुधार के विभिन्न तरीकों और आईएफएस में जैव उर्वरकों के अनुप्रयोगों की व्याख्या की है जो मिट्टी और पर्यावरणीय स्वास्थ्य के लिए टिकाऊ कृषि प्रथाओं को बेहतर बनाने में मदद करेंगे। डॉ सार्थक पटनायक ने दालों और सब्जियों में ट्राइकोडर्मा के लाभों और प्रयोगों पर चर्चा की। परियोजना के अनुसंधान सहयोगी डॉ साई कृष्णा रेपल्ली ने पुरी जिले के प्रगतिशील किसान श्री सनातन बेहरा द्वारा विकसित आईएफएस मॉडल में एनआरआरआई टेक डीकंपोजर का प्रदर्शन किया। सुश्री रश्मिता रानी रथ और अन्य परियोजना कर्मचारियों ने इस कार्यक्रम को समन्वयन किया जिसमें लगभग 52 किसान लाभान्वित हुए।

Author: crriadmin