ढेंकानाल जिले में सीआरआरआई जैवउर्वरक मॉडल के अनुकूलन पर एकीकृत कृषि प्रणाली (आईएफएस) और प्रगतिशील किसानों के लिए प्रक्षेत्र दिवस सह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित
ओडिशा सरकार के डीएएफई द्वारा वित्तपोषित जैवपोषक परियोजना “ओडिशा में चावल आधारित फसल और खेती प्रणाली में गुणवत्ता वाले जैवइनोकुलेंट्स का उत्पादन, लोकप्रियकरण और आपूर्ति” के तहत 07.05.2025 को ढेंकानाल जिले के ककंड़ाहाड़ प्रखंड के कोरबोला गांव में गांव में “एकीकृत कृषि प्रणाली (आईएफएस) और प्रगतिशील किसानों के लिए सीआरआरआई जैवउर्वरक मॉडल के अनुकूलन पर प्रक्षेत्र दिवस सह प्रशिक्षण कार्यक्रम”आयोजित किया गया। सीआरआरआई के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. उपेंद्र कुमार इस नए परियोजना के प्रमुख अन्वेषक हैं। इस कार्यक्रम का समन्वय सीआरआरआई के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. अरूप कुमार मुखर्जी ने किया एवं कार्यक्रम का संचालन श्री आशुतोष पंडा ने किया। गैर सरकारी संगठन I-Concept Initiative के सहयोग से आयोजित किया गया। डॉ. ए.के. मुखर्जी ने दालों और सब्जियों में ट्राइकोडर्मा के महत्व और लाभों के बारे में बताया और साथ ही आईएफएस में जैव उर्वरकों के उपयोग की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित किया, ताकि मिट्टी और पर्यावरण के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए खेती की इनपुट लागत को कम किया जा सके। परियोजना के अनुसंधान सहयोगी डॉ. साई कृष्णा रेपल्ली ने किसानों को सीआरआरआई जैव उर्वरकों एंडो एन, एंडो एनपीके और टेक डीकंपोजर के साथ-साथ अजोला के उपयोग का प्रदर्शन किया। इस कार्यक्रम को परियोजना कर्मचारियों द्वारा सुगम बनाया गया। कुल 46 किसानों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया और लाभ उठाया, जिसमें क्रमशः 16 किसान पुरुष और 30 महिला किसान शामिल थीं। प्रखंड बागवानी कार्यालय से श्री अनंत चरण बेहरा ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया।
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