भद्रक जिले में सीआरआरआई जैवउर्वरक मॉडल के अनुकूलन पर एकीकृत कृषि प्रणाली (आईएफएस) और प्रगतिशील किसानों के लिए प्रक्षेत्र दिवस सह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित
ओडिशा सरकार के डीएएफई द्वारा वित्तपोषित जैवपोषक परियोजना “ओडिशा में चावल आधारित फसल और खेती प्रणाली में गुणवत्ता वाले जैवइनोकुलेंट्स का उत्पादन, लोकप्रियकरण और आपूर्ति” के तहत 06.05.2025 को भद्रक जिले के बंथ प्रखंड के कुंआरडा गांव में “एकीकृत कृषि प्रणाली (आईएफएस) और प्रगतिशील किसानों के लिए सीआरआरआई जैवउर्वरक मॉडल के अनुकूलन पर प्रक्षेत्र दिवस सह प्रशिक्षण कार्यक्रम”आयोजित किया गया। सीआरआरआई के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. उपेंद्र कुमार इस नए परियोजना के प्रमुख अन्वेषक हैं। इस कार्यक्रम का समन्वय सीआरआरआई के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ सुदीप्त पॉल ने किया और इसका संचालन कुआंरडा गांव के सरपंच श्री बिजय कुमार जेना और प्रगतिशील किसान श्री अभिमन्यु ऐचा ने किया। श्री तुषारकांत पति, खंड कृषि अधिकारी, बंथ खंड और श्रीमती पायल चौधरी, सहायक बागवानी अधिकारी, भद्रक जिला इस कार्यक्रम में संसाधन व्यक्ति थे। डॉ सुदीप्त पॉल ने सीआरआरआई उत्पादों एंडो एन, एंडो एनपीके और टेक डीकंपोजर के महत्व और आर्थिक पहलुओं को समझाया। श्रीमती पायल चौधरी ने विभिन्न बागवानी फसलों की संभावनाओं पर जोर दिया, जिन्हें एकीकृत कृषि प्रणाली में उगाया जा सकता है। उन्होंने दलहन और सब्जी फसलों में जैव उत्तेजक के रूप में ट्राइकोडर्मा के अनुप्रयोगों के बारे में भी बताया। श्री तुषारकांत पति ने आईएफएस के माध्यम से किसानों की आय में सुधार परियोजना के अनुसंधान सहयोगी डॉ. साई कृष्णा रेपल्ली ने सीआरआरआई जैव उर्वरकों और अजोला के अनुप्रयोगों का प्रदर्शन किया। इस कार्यक्रम को परियोजना कर्मचारियों द्वारा सुगम बनाया गया। कुल 50 किसानों ने भाग लिया, जिनमें क्रमशः 48 किसान और 2 महिला किसान शामिल थीं, जिन्हें इस कार्यक्रम से लाभ मिला।
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