चावल उत्पादकता बढ़ाने के लिए बेहतर खेती पद्धतियां" पर किसानों का प्रशिक्षण कार्यक्रम

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चावल उत्पादकता बढ़ाने के लिए बेहतर खेती पद्धतियां” पर किसानों का प्रशिक्षण कार्यक्रम

भाकृअनुप-एनआरआरआई कटक में “चावल उत्पादकता बढ़ाने हेतु बेहतर खेती पद्धतियां ” शीर्षक पर 23-24 जनवरी, 2024 के दौरान किसानों के लिए एक प्रशिक्षण आयोजित किया गया। जीविका समृद्धि परियोजना के तहत वेदांता लिमिटेड द्वारा अपने कार्यान्वयन भागीदार एएफपीआरओ के माध्यम से इस कार्यक्रम को प्रायोजित किया गया एवं इसका उद्देश्य स्थानीय किसानों को उन्नत कृषि पद्धतियों से सशक्त बनाना है। कार्यक्रम में झारसुगुड़ा जिले के परमानपुर, कुमुदापल्ली, केलदामल, गुडीगांव, सेरियापल्ली, कुरेबागा और कटिकेला गांवों के चौदह किसानों ने भाग लिया। इस प्रशिक्षण का समन्वय डॉ. मोहम्मद शाहिद ने किया जो इस पाठ्यक्रम के निदेशक हैं तथा डॉ. पी.सी. जेना और डॉ. उपेन्द्र कुमार ने पाठ्यक्रम सह-निदेशक के रूप में सहयोग किया। भाकृअनुप-एनआरआरआई, कटक के निदेशक डॉ. ए के नायक ने उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता की। फसल उत्पादन प्रभाग के अध्यक्ष डॉ. प्रताप भट्टाचार्य ने भी इस पहल के महत्व पर जोर देते हुए कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। प्रशिक्षण सत्रों को चावल की उत्पादकता बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण विषयों को शामिल किया गया था। व्याख्यानों में चावल की किस्मों, फसल प्रबंधन, पोषक तत्व प्रबंधन, रोग प्रबंधन, चावल के कीट, कृषि मशीनरी और गुणवत्ता वाले बीज उत्पादन सहित विभिन्न पहलुओं पर जानकारी प्रदान की गई। प्रशिक्षण कार्यक्रम में छोटे कृषि उपकरणों के प्रदर्शन के साथ-साथ परीक्षण खेत का दौरा भी शामिल था जिसमें बताया गया कि किस तरह आधुनिक मशीनरी दक्षता में उल्लेखनीय सुधार कर सकती है और कठिन परिश्रम को कम कर सकती है। किसानों ने ओराइज़ा संग्रहालय का परिदर्शन किया जिसमें उन्हें चावल की खेती के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहलुओं के बारे में अवगत कराया गया। कक्षा व्याख्यान, प्रक्षेत्र दौरे और व्यावहारिक प्रदर्शनों से यह सुनिश्चित हुआ कि प्रतिभागी स्थिर और वैज्ञानिक रूप से उन्नत खेती के तरीकों को अपनाने में व्यावहारिक अंतर्दृष्टि प्राप्त हुई।

Author: crriadmin