किसानों के लिए धान की फसल में कीट प्रबंधन जागरूकता-सह-ड्रोन प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित
भाकृअनुप-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक ने आदर्श प्रयास फाउंडेशन ट्रस्ट के सहयोग से कटक जिले के सालेपुर प्रखंड के टुनपुर गांव में धान की फसल में कीट प्रबंधन हेतु ड्रोन प्रयोग पर जागरूकता और प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया। संस्थान के फसल सुरक्षा प्रभाग के अध्यक्ष डॉ. श्यामरंजन दास महापात्र ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की और संस्थान द्वारा विकसित सोलर 24 x 7 कीट जाल, मकड़ियों से भरे पुआल के बंडल लगाकर मकड़ियों की वृद्धि, फूल वाले पौधों की कली लगाना, फेरोमोन जाल के उपयोग के साथ कीट प्रबंधन के गैर-रासायनिक तरीकों पर जोर दिया। उन्होंने किसानों को राइसएक्सपर्ट ऐप, ड्रोन आधारित कीट निगरानी और कीटनाशक प्रयोग जैसे स्मार्ट कीट प्रबंधन उपकरणों के उपयोग के बारे में भी जानकारी दी और कम निवेश वाली कीट प्रबंधन संसाधनों पर जोर दिया। डॉ. बसन गौड़ा जी, वैज्ञानिक (कीट विज्ञान) ने चावल कीट प्रबंधन में जैविक नियंत्रण कारकों के उपयोग के बारे में जानकारी दी और ड्रोन के माध्यम से खेत पर कीटनाशक के प्रयोग का भी प्रदर्शन किया। डॉ. गुरु पी. पांडी जी, वैज्ञानिक (कीट विज्ञान) ने संस्थान द्वारा विकसित भूरा पौध माहू प्रतिरोधी किस्मों जैसे सीआर धान 317 और सीआर धान 805 के महत्व पर प्रकाश डाला और उन्हें प्रखंड के भरा पौध माहू स्थानिक क्षेत्रों में खेती हेतु सुझाव दिया। डॉ. रूपक जेना, वैज्ञानिक (सूत्रकृमि विज्ञान) ने धान में सूत्रकृमि की समस्या और इसके समय पर प्रबंधन के बारे में जागरूकता पैदा की। एकाम्रकानन पधान और सूर्यप्रसाद लेंका सहित टीम ने ड्रोन के माध्यम से कीटनाशक के उपयोग के प्रदर्शन में सहायता की। प्रखंड के 100 से अधिक किसानों ने भाग लिया और एनआरआरआई वैज्ञानिकों की टीम के साथ चर्चा की। किसान कार्यक्रम से प्रभावित हुए और उन्होंने प्रभाग के अध्यक्ष से भविष्य में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने का अनुरोध किया। आदर्श प्रयास फाउंडेशन ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री नृसिंह कुमार बिस्वाल ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया और भाकृअनुप-एनआरआरआई द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की।