चावल फसल की खेती में अभूतपूर्व परिवर्तन: स्थाई मृदा प्रबंधन के लिए भाकृअनुप-एनआरआरआई द्वारा विशिष्ट प्रशिक्षण कार्यक्रम

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चावल फसल की खेती में अभूतपूर्व परिवर्तन: स्थाई मृदा प्रबंधन के लिए भाकृअनुप-एनआरआरआई द्वारा विशिष्ट प्रशिक्षण कार्यक्रम

स्थिर कृषि की उपलब्धि हेतु, भाकृअनुप-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान ने कृषि विज्ञान केंद्र, कटक में 23 नवंबर 2023 को एक प्रशिक्षण कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया। “मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार करने और फसल की पैदावार बढ़ाने के लिए बुनियादी स्लैग और फ्लाई ऐश का उपयोग द्वारा अम्लीय मिट्टी का प्रबंधन” शीर्षक वाला यह कार्यक्रम ओडिशा राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषित ‘सफर’ परियोजना का हिस्सा था। इसका उद्देश्य अम्लीय मिट्टी के प्रबंधन में उन्नत तकनीकों के माध्यम से किसानों को सशक्त बनाना था। कार्यक्रम में मिट्टी की अम्लीयता का प्रबंधन और चावल उपज में वृद्धि के लिए स्लैग और फ्लाई ऐश के उपयोग पर प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया। अम्लीय मिट्टी की चुनौतियों, फ्लाई ऐश और खाद सहित स्लैग के प्रयोग द्वारा अम्लीय मिट्टी का प्रबंधन, कम लागत के तरीकों, मिट्टी के नमूना संग्रह आदि के बारे में प्रतिभागियों को वर्णन किया गया। इसमें कटक और अनुगुल जिलों के विभिन्न क्षेत्रों से दो किसान उत्पादक संगठन सहित 80 से अधिक किसानों ने भाग लिया।
भाकृअनुप-एनआरआरआई कटक के फसल उत्पादन प्रभाग के अध्यक्ष डॉ. पी भट्टाचार्य के सहित वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. पी के जेना, कृषि विज्ञान केंद्र, कटक के अध्यक्ष डॉ. आर मोहन्ता, विषयवस्तु विशेषज्ञ डॉ सडंगी, डॉ. टी.आर.साहू और डॉ. एस. सेठी ने कार्यक्रम का नेतृत्व किया।

Author: crriadmin