फसल सुरक्षा

फसल सुरक्षा प्रभाग

फसल सुरक्षा प्रभाग चावल की खेती में उत्पादकता, गुणवत्ता और लाभप्रदता में सुधार के लिए चावल के समन्वित नाशकजीव प्रबंधन पर प्रायोगिक, रणनीतिक और बुनियादी अनुसंधान का कार्य कर रहा है। कीटविज्ञान, पादपरोग विज्ञान, सूत्रकृमि विज्ञान और कृषि रसायन के विषयों के वैज्ञानिकगण प्रासंगिक पहलुओं पर बुनियादी और अग्रिम ज्ञान उत्पन्न करने के लिए संस्थान के अन्य प्रभागों के वैज्ञानिकों के सहयोग से बहु-विषयक अनुसंधान पर कार्य कर रहे हैं। संस्थान के आंतरिक अनुसंधान परियोजनाओं के अलावा, प्रभाग के शोधकर्ता विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय वित्तपोषित अनुसंधान परियोजनाओं पर भी कार्य कर रहे हैं। यह प्रभाग विभिन्न पारिस्थितिकी प्रणालियों में चावल के नाशकीटों के प्रबंधन के लिए रासायनिक कीटनाशकों का अनुकूलतम उपयोग, चावल कीटों के प्रबंधन के लिए जैव-गहन उपायों, जलवायु स्मार्ट सुरक्षा रणनीतियों, चावल नाशककीटों एवं रोगों के लिए जैव पारिस्थितिकी, चावल नाशककीटों एवं रोगों की प्रतिरोधिता के लिए नए स्रोतों की खोज जैसे विभिन्न पहलुओं पर कार्य करता है। विविध कीट प्रमुख नाशकजीव प्रतिरोधी जीनप्ररूपों, नाशकजीव मॉडलिंग और पूर्वानुमान, चावल के ट्राय-ट्रोफिक पारस्परिकता, जलवायु परिवर्तन के तहत चावल कीट और शिकारियों/परजीवियों, भंडारित चावल कीट प्रबंधन एवं पर्यावरण अनुकूल कीट प्रबंधन के लिए नई मोलिक्यूलस् और सूत्रणों पर विशेष पर जोर दिया गया है। पोषक पौध प्रतिरोधिता और इसके तंत्र, चावल नाशककीट के जानपदिक रोगविज्ञान एवं जैव पारिस्थितिकी, समन्वित कीट प्रबंधन को विश्व भर में मान्यता दी गई है। यह प्रभाग किसानों के लाभप्रदता सुनिश्चित करने के लिए कीट और पारिस्थितिकी आधारित समन्वित कीट प्रबंधन मॉड्यूलों को डिजाइन करने, मान्य करने और लोकप्रिय बनाने के लिए भी कार्य करता है।