भाकृअनुप-एनआरआरआई, कटक में "अग्रिम विधियों के माध्यम से स्टार्टअप और कृषि व्यवसाय पारितंत्र को मजबूत करना" शीर्षक पर शीतकालीन पाठ्यक्रम तथा "चावल उप-उत्पादों के उपयोग के लिए प्रसंस्करण प्रौद्योगिकियां-आय सृजन के लिए एक स्थायी उपाय" पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन

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भाकृअनुप-एनआरआरआई, कटक में “अग्रिम विधियों के माध्यम से स्टार्टअप और कृषि व्यवसाय पारितंत्र को मजबूत करना” शीर्षक पर शीतकालीन पाठ्यक्रम तथा “चावल उप-उत्पादों के उपयोग के लिए प्रसंस्करण प्रौद्योगिकियां-आय सृजन के लिए एक स्थायी उपाय” पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन

भाकृअनुप-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान), कटक द्वारा 15 फरवरी से 07 मार्च 2023 के दौरान ‘अग्रिम विधियों के माध्यम से स्टार्टअप और कृषि व्यवसाय पारितंत्र को मजबूत करना’ शीर्षक पर शीतकालीन पाठ्यक्रम आयोजित किया गया। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के शिक्षा प्रभाग द्वारा इस कार्यक्रम को प्रायोजित किया गया। परिषद के संस्थानों और राज्य कृषि विश्वविद्यालयों के प्रोफेसरों, सहायक प्रोफेसरों, वैज्ञानिकों/कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिकों, सहित पंद्रह प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। भाकृअनुप-एनआरआरआई, कटक के समाज विज्ञान प्रभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. बी.एन. सडंगी ने इस उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि थे। भाकृअनुप-एनआरआरआई, कटक के निदेशक डॉ. ए.के. नायक ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। डॉ. जी.ए.के. कुमार, प्रधान वैज्ञानिक एवं पाठ्यक्रम निदेशक ने कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी। समाज विज्ञान प्रभाग के अध्यक्ष एवं प्रधान वैज्ञानिक डॉ. बी. मंडल एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. एस. पॉल पाठ्यक्रम-समन्वयक हैं।
2023 के फरवरी 15 से 17 के दौरान आयोजित होने वाली “चावल उप-उत्पादों के उपयोग के लिए प्रसंस्करण प्रौद्योगिकियों-आय सृजन के लिए एक स्थायी उपाय” पर एक अन्य प्रशिक्षण कार्यक्रम का भी उद्घाटन किया गया। गांधी प्रौद्योगिकी संस्थान, भुवनेश्वर, ओडिशा के 20 छात्रों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। फसल उत्पादन प्रभाग के वैज्ञानिक, डॉ. सुप्रिया प्रियदर्शनी पाठ्यक्रम निदेशक और फसल उत्पादन प्रभाग के डॉ. प्रकाश जेना, वरिष्ठ वैज्ञानिक तथा समाज विज्ञान प्रभाग के अध्यक्ष एवं प्रधान वैज्ञानिक डॉ. बी. मंडल कार्यक्रम के पाठ्यक्रम समन्वयक हैं।

Author: crriadmin