भारत के राष्ट्रपति ने आईसीएआर-एनआरआरआई, कटक में दूसरी भारतीय चावल कांग्रेस का उद्घाटन किया

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भारत के राष्ट्रपति ने आईसीएआर-एनआरआरआई, कटक में दूसरी भारतीय चावल कांग्रेस का उद्घाटन किया

भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक में 11 फरवरी, 2023 को द्वितीय भारतीय चावल कांग्रेस-2023 का उद्घाटन किया। इस अवसर पर ओडिशा के राज्यपाल प्रोफेसर गणेशी लाल और भारत सरकार के केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर सम्मानित अतिथि थे। ओडिशा सरकार के माननीय कृषि और किसान सशक्तिकरण, मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास मंत्री श्री रणेंद्र प्रताप स्वाईं विशिष्ट अतिथि थे। कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग के सचिव तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. हिमांशु पाठक ने अतिथियों का स्वागत किया। भाकृअनुप-एनआरआरआई, कटक के निदेशक डॉ. ए.के. नायक एवं परिषद के सहायक महानिदेशक (टीसी) और एआरआरडब्ल्यू के अध्यक्ष डॉ. पी.के. अग्रवाल तथा एआरआरडब्ल्यू के आयोजन सचिव डॉ. एस. साहा इस अवसर पर उपस्थित थे।
अपने अध्यक्षीय भाषण में, माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान द्वारा चावल कांग्रेस आयोजित करने और 75 वर्षों तक राष्ट्र की शानदार सेवा करते हुए प्लेटिनम जयंती पूरी करने के लिए बधाई दी। उन्होंने देश में हरित क्रांति में संस्थान के योगदान और बायोफोर्टिफाइड और जलवायु अनुकूल चावल किस्मों के विकास का उल्लेख किया। चावल की पारंपरिक किस्मों के संरक्षण और कृषि में महिला सशक्तिकरण जैसे मुद्दों पर उन्होंने जोर दिया। वह जलवायु परिवर्तन, कीट-रोगों जैसे सभी बाधाओं और भारतीय कृषि को प्रभावित करने वाली अन्य समस्याओं को दूर करने हेतु वैज्ञानिकों, नीति निर्माताओं और अन्य हितधारकों द्वारा सभी प्रकार के प्रयास करने के लिए आह्वान किया।
ओडिशा के माननीय राज्यपाल प्रोफेसर गणेशी लाल ने अपने भाषण में कहा कि वैज्ञानिक बेहतरी के लिए प्रौद्योगिकियों का विकास करते हैं लेकिन समय पर हितधारकों तक पहुंचने पर इनकी सार्थकता होती है एवं सफलता मिलती है। उन्होंने कामना की कि विचार-विमर्श से कई प्रमुख बिंदु और विशेषज्ञों के विचार सामने आएंगे और चावल के विकास के लिए भविष्य के रोडमैप के रूप में एक नीति दस्तावेज तैयार किया जाएगा।
भारत सरकार के माननीय केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि भारत में कृषि क्षेत्र ने गंभीर कोविड-19 महामारी के दौरान भी अच्छा प्रदर्शन किया और 316 मिलियन टन खाद्यान्न का सर्वकालिक उच्च उत्पादन दर्ज किया जो कि कृषि का निर्यात वैश्विक खाद्य सुरक्षा में योगदान देता है। उन्होंने दोहराया कि बजट में कृषि और किसान कल्याण के लिए कई प्रमुख प्रावधान किए गए हैं, जिसमें प्रौद्योगिकी वितरण और बाजारों से जोड़ने के माध्यम से कृषि क्षेत्र के आधुनिकीकरण पर जोर दिया गया है। ओडिशा सरकार के माननीय कृषि और किसान सशक्तिकरण, मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास मंत्री श्री रणेंद्र प्रताप स्वाईं ने सभा को संबोधित किया और कहा कि ओडिशा सरकार चावल की उत्पादकता को 5 टन/हेक्टेयर से अधिक बढ़ाने के लिए समन्वय में काम कर रही है। उन्होंने विभिन्न राज्य सरकार की योजनाओं, राज्य सरकार की प्रमुख पहल का उल्लेख किया, जो कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में पूंजी निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए है।
इस चावल कांग्रेस का आयोजन चावल अनुसंधान कार्यकर्ता संघ, कटक, राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली, अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, फिलीपींस, राष्ट्रीय कृषि विज्ञान अकादमी, नई दिल्ली, भारतीय चावल अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद तथा सोसाइटी फॉर एडवांसमेंट ऑफ राइस रिसर्च, हैदराबाद के सहयोग से किया जा रहा है तथा इसका विषय “चावल अनुसंधान में परिवर्तन: नवीनतम वैज्ञानिक विकास और वैश्विक खाद्य संकट” है जिसे 11-14 फरवरी, 2023 तक आयोजित किया जाएगा। इस विशाल विज्ञान सम्मेलन के उद्घाटन में पंजीकृत प्रतिनिधियों, राज्य के अधिकारियों, उद्योग पेशेवरों, किसानों और अन्य हितधारकों सहित लगभग 500 प्रतिभागी भाग लिए हैं।

Author: crriadmin