भारत में नॉर्वे के महामहिम राजदूत की यात्रा, ओडिशा में रॉयल नॉर्वेजियन दूतावास की यात्रा की रिपोर्ट

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भारत में नॉर्वे के महामहिम राजदूत की यात्रा, ओडिशा में रॉयल नॉर्वेजियन दूतावास की यात्रा की रिपोर्ट

भारत में नॉर्वे के महामहिम राजदूत, रॉयल नॉर्वेजियन दूतावास ने 27 से 28 नवंबर 2022 के दौरान भाकृअनुप-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक का परिदर्शन किया। माननीय राजदूत श्री हंस जैकब फ्रायडेनलैंड, मैरिट मैरी स्ट्रैंड, काउंसलर–हेड ऑफ कोपरेशन, जलवायु, ऊर्जा, स्वास्थ्य, उच्च शिक्षा रॉयल नॉर्वेजियन दूतावास और श्री जोहान थॉमस बेजरकेम, द्वितीय सचिव रॉयल नॉर्वेजियन दूतावास के साथ नई दिल्ली में थे। वे 27 नवंबर की शाम को भाकृअनुप-एनआरआरआई पहुंचे और भाकृअनुप-एनआरआरआई, कटक के निदेशक डॉ. ए.के. नायक ने “रेजिलियेंस” परियोजना पर भागीदारों के सहित एक छोटी बैठक आयोजित की। डॉ प्रसनजीत मिश्र, डीन (विस्तार शिक्षा), ओयूएटी; एमएसएसआरएफ, चेन्नई के डॉ. आर राजकुमार; नॉर्वे इंडिया पार्टनरशिप इनिशिएटिव नई दिल्ली के निदेशक श्री अशफाक अहमद भट और नॉर्वे इंडिया पार्टनरशिप इनिशिएटिव के तीन सहयोगियों ने भी बैठक में भाग लिया। बैठक के आंरभ में भाकृअनुप-एनआरआरआई के निदेशक डॉ. ए.के. नायक ने एनआरआरआई की संक्षिप्त परिचय और इतिहास प्रस्तुत किया, इसके बाद डॉ. राहुल त्रिपाठी ने विभिन्न परियोजना स्थलों जैसे कटक जिला के टांगी और नियाली प्रखंड में चल रही रेजिलियंस परियोजना की प्रगति और उपलब्धियों के बारे में संक्षेप में बताया। डॉ. राहुल त्रिपाठी ने विभिन्न जलवायु स्मार्ट कृषि पद्धतियों जैसे आद्र सीधी बुआई चावल, शुष्क सीधी बुआई चावल, यांत्रिक रोपाई, सिस्टम ऑफ राइस इंटेन्सिफिकेशन (एसआरआई) के बारे में बताया जिसके परिणामस्वरूप चावल की उपज में 23-37% की वृद्धि हुई। डॉ. त्रिपाठी ने एंड्रॉइड आधारित मोबाइल ऐप “राइसएनएक्सपर्ट” का प्रदर्शन भी किया। एमएसएसआरएफ, चेन्नई के डॉ. आर राजकुमार ने अतिथियों को रेजिलिएंस परियोजना के तहत कटक और गंजाम जिलों में स्थापित ग्राम ज्ञान केंद्रों और ज्ञान केंद्रों से किसानों को मिल रहे लाभ के बारे में जानकारी दी। परिचय प्रदान के बाद, दूतावास के माननीय राजदूत हैंस जैकब फ्रायडेनलैंड और उनके सहयोगियों द्वारा ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी और कार्बन क्रेडिट, सूक्ष्म सिंचाई, एकीकृत कीट प्रबंधन और अनुसूचित जनजाति के किसानों की पोषण सुरक्षा जैसे विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई।
इसके बाद, दिनांक 28 नवंबर, 2022 को भारत में नॉर्वे के महामहिम राजदूत, काउंसलर और दूसरे सचिव ने कटक जिले के टांगी प्रखंड के बडकुसुनपुर गांव में परियोजना स्थल का दौरा किया। उन्होंने ओडिशा लिफ्ट इरिगेशन कॉरपोरेशन के साथ संपर्क करके बीजूकृषक विकास योजना (बीकेवीवाई) के तहत बनाए गए 3 बोरवेल स्थलों का दौरा किया जिसके माध्यम से शुष्क मौसम के दौरान सिंचाई के लिए 15 एकड़ जलग्रहण क्षेत्र बनाया गया है। उन्हें सेंसर आधारित वैकल्पिक गीला करने और सुखाने की प्रणाली के बारे में भी जानकारी दी गई और जलवायु स्मार्ट कृषि तकनीकों जैसे सिस्टम ऑफ़ राइस इंटेन्सिफिकेशन और सीधी बुआई चावल पर प्रदर्शन किए गए। अतिथियों ने मूली, बंदगोभी, टमाटर, कद्दू, लोबिया, करेला, पालक, बैंगन, तरबूज, भिंडी, फूलगोभी जैसी अन्य लाभकारी सब्जियों की फसलों के विविधीकरण वाले क्षेत्रों का दौरा किया। अतिथियों को सोलर लाइट ट्रैप, फेरोमोन ट्रैप के बारे में जानकारी दी गई। डॉ. राजकुमार ने प्लांट क्लिनिक का आयोजन किया और डॉ. एस.डी. महापात्र ने सूक्ष्मदर्शी और डिजिटल उपकरणों के उपयोग से कीटों और बीमारियों के निदान के लिए प्लांट डॉक्टर के रूप में काम किया।

“चावल में एकीकृत पानी, कीट और पोषक तत्व प्रबंधन के लिए डिजिटल उपकरणों का प्रयोग” पर एक बैठक और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें किसानों और अतिथियों के बीच विचार-विनिमय हुई। कई पुरुष किसानों और महिला किसानों ने अपने अनुभव साझा किए कि किस तरह विभिन्न सीएसए प्रौद्योगिकियों का अभ्यास करके वे रेसिलियंस परियोजना से लाभान्वित हुए हैं। माननीय राजदूत ने अपने संबोधन में कहा कि नॉर्वे भारत की तुलना में बहुत छोटा देश है। जनसंख्या की दृष्टि से भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा देश है जबकि नॉर्वे में भारत की तुलना में जनसंख्या बहुत कम है इसलिए यदि भारत जलवायु परिवर्तन को नियंत्रित नहीं कर पाता है, तो इसका खामियाजा पूरे संसार को भुगतना पड़ेगा। इसलिए उन्होंने किसानों को जलवायु अनुकूलनीयता स्थिति बनाने के लिए सीएसए प्रथाओं को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया।

महिला किसानों ने किचन गार्डनिंग में कृमिखाद, मुर्गीपालन, बकरी पालन और बत्तख पालन जैसी अन्य आय पैदा करने वाली गतिविधियों के साथ-साथ कंद फसलों जैसे अरबी और हल्दी आदि को शामिल करने पर मैरीट मैरी स्ट्रैंड बहुत खुश थी और उन्होंने इसकी सराहना की। अतिथियों ने “नारीशक्ति” के एसएचजी सदस्यों के साथ चर्चा की। श्री जोहान थॉमस बजरकेम अनुसूचित जनजाति के परिवारों द्वारा नींबू, पपीता, सहजन, हरा सेब, अमरूद, आम, केला आदि जैसे कृषि वानिकी को देखकर बहुत खुश हुए।

27 नवंबर, 2022 को एनआरआरआई अतिथि गृह में बैठक आयोजित महामहिम राजदूत के साथ अन्य सदस्यगण
रेजिलिसंय कार्यकलापों और राइसएक्सपर्ट के बारे में संक्षिप्त परिचय प्रदान निदेशक, एनआरआरआई द्वारा महामहिम राजदूत का अभिनंदन
अनुसूचित जजजाति महिला किसानों द्वारा अतिथियों का स्वागत बड़कुसुनपुर, टांगी, कटक में खेत परिदर्शन के दौरान ग्रुप फोटो
माननीय राजदूत को प्लांट क्लिनिक के बारे में जानकारी प्रदान बड़कुसुनपुर गांव के किसानों के साथ चर्चा
रेजिलियेंस परियोजना के अपने अनुभवों के बारे में चर्चा करता हुआ किसान किसान रेजिलियेंस परियोजना के अपने अनुभवों के बारे में चर्चा करती हुई महिला
माननीय राजदूत द्वारा बड़कुसुनपुर, टांगी प्रखंड, कटक में किसानों को संबोधन माननीय राजदूत का किसानों के साथ ग्रुप फोटो

Author: crriadmin