केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री राधा मोहन सिंह द्वारा किसान मेला का उद्‌घाटन

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री राधा मोहन सिंह द्वारा किसान मेला का उद्‌घाटन
भाकृअनुप-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक में 26 फरवरी 2019 को एक किसान मेला आयोजित किया गया। भारत सरकार के माननीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री राधा मोहन सिंह इस किसान मेले के उद्‌घाटन समारोह के मुख्य अतिथि तथा पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे तथा संयुक्त रूप से दोनों मंत्रियों ने किसान इस मेला का उद्‌घाटन किया। कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के सचिव तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ.त्रिलोचन महापात्र तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे। इस किसान मेले में लगभग 4000 किसान एवं महिला किसान, ओडिशा में स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद संस्थानों, ओयूएटी, कृषि विज्ञान केंद्रों, राज्य कृषि विभाग के अधिकारियों, सार्वजनिक संगठनों के अधिकारियों, प्रेस और मीडिया के प्रतिनिधियों एवं ओडिशा के विभिन्न जिलों से पधारे हितधारकों ने भाग लिया।
किसान मेला में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए माननीय केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री राधामोहन सिंह ने कहा कि भारत सरकार किसानों की आय दुगुनी करने के अपने लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने भारत सरकार की कृषि संबंधित अनेक फ्लैगशिप योजनाओं के क्रियान्वयन एवं उनकी उपलब्धियों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने कृषि संबंधित योजनाओं जैसे ई-राष्ट्रीय कृषि बाजार, समर्थन मूल्य बढ़ाने, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन, प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना, प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना, राष्ट्रीय बागवानी मिशन के द्वारा देश भर में किसानों को मिल रहे लाभों के विषय में अवगत कराया। माननीय मंत्री श्री राधामोहन सिंह ने इस बात पर विशेष जोर दिया कि यदि देश का समग्र विकास करना है तो, ग्रामीण क्षेत्रों का विकास एक महत्वपूर्ण पहल होगी जिसके लिए किसानों का विकास एक अहम पहलू है।
माननीय केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री, श्री धर्मेंद्र प्रधान मंत्री ने अपने संबोधन में कृषि और पेट्रोलियम मंत्रालय के लिंकेज पर बल देते हुए कहा कि यदि फसलों के अवशेषों को ऊर्जा के लिए उपयोग किया गया तो किसानों की आय दुगुनी करने के लक्ष्य में मदद मिलेगी, पर्यावरण प्रदूषण कम होगा एवं ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी।
सभा को संबोधन करने से पहले, माननीय श्री राधामोहन सिंह तथा श्री धर्मेंद्र प्रधान ने राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान में नवनिर्मित केंद्रीय जीनोमिक्स एवं गुणवत्ता प्रयोगशाला का संयुक्त रूप से उद्‌घाटन करके राष्ट्र को समर्पित किया। यह प्रयोगशाला

अपने ही प्रकार का भारत में सर्वप्रथम है। जीनोमिक अनुसंधान केंद्र आधुनिक तकनीकों से सुसज्जित 11 प्रयोगशालाओं का तकनीकी गुच्छ है जिनके नाम हैं-पर्यावरणीय मृदा विज्ञान प्रयोगशाला, मृदा गुणवत्ता प्रयोगशाला, कीटनाशक अवशेष प्रयोगशाला, जीनोमिक चयन प्रयोगशाला, जैवचिन्हक सहायता- प्राप्त चयन प्रयोगशाला, क्यूटीएल मानचित्रण प्रयोगशाला, जैवसूचना विज्ञान एवं एसएनपी जीनप्रारूपण प्रयोगशाला, अन्न गुणवत्ता प्रयोगशाला, आणविक जैवरसायन प्रयोगशाला, खाद्य संघटकवर्ग विश्लेषण प्रयोगशाला, पोषण एवं संवेदी प्रयोगशाला।
इस अवसर पर दोनों माननीय केंद्रीय मंत्रियों ने संयुक्त रूप से गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में कई जन-सुविधाओं जैसे कटक के अरूणोदय बाजार में डाकघर, कटक रेलवे स्टेशन का अग्रभाग, भाकृअनुप-सीआईडब्ल्यूए के अतिथिगृह की स्थापना हेतु आधारशिला तथा सत्यभामापुर में के.जी. नेशनल मेमोरियल ट्रस्ट में शिशु सदन की स्थापना के लिए आधारशिला तथा दो नए ट्रेन के स्टापेज तथा एक ट्रेन के विस्तार की घोषणा इलैक्ट्रॉनिक-फलक के माध्यम से उद्‌घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने ओएनजीसी द्वारा कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व की पहल के तहत 20 से अधिक दिव्यांगों को उपकरण एवं सहायता प्रदान किया। माननीय केंद्रीय मंत्रियों ने कृषि आय को दुगुनी करने के लिए कृषि कार्य में महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए 10 किसानों एवं महिला किसानों को सर्वश्रेष्ठ कृषक के रूप में सम्मानित किया गया।
मेले के दौरान एक ‘कृषि प्रदर्शनी’ का आयोजन किया गया जिसमें 40 निजी एवं सार्वजनिक संगठनों ने कई नवीनतम एवं कम लागत वाली कृषि तकनीकों, प्रक्षेत्र मशीनरियों के प्रयोग, कृषि विज्ञान में हुए हाल के विकास आदि के बारे में किसानों एवं अन्य हितधारकों को अवगत कराने के लिए प्रदर्शित किया। इस अवसर पर किसान तथा वैज्ञानिकों के बीच विचार-विनिमय सत्र/किसान गोष्ठी का एक उपयोगी सत्र भी आयोजित किया गया जिसमें किसानों को खेती से जुड़ी समस्याओं के निदान के संदर्भ में वैज्ञानिकों द्वारा महत्वपूर्ण उपाय सुझाए गए तथा चावल आधारित नई तकनीकियों के बारे में जानकारी प्रदान किया गया। किसानों को संस्थान के कृषि परिक्षेत्र एवं ओराइजा संग्रहालय का परिदर्शन कराते हुए आधुनिक कृषि तकनीकों के बारे में जागरूक किया गया।
आरंभ में कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के सचिव तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ.त्रिलोचन महापात्र ने केंद्रीय मंत्रियों, गणमान्य व्यक्तियों, आमंत्रित अतिथियों एवं किसानों का स्वागत किया तथा और राष्ट्रीय खाद्य और पोषण सुरक्षा प्राप्त करने और कृषक समुदायों के समृद्धि के लिए और आर्थिक सुरक्षा लाने के लिए आईसीएआर की विभिन्न शोध उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी।
अंत में राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ.हिमांशु पाठक ने औपचारिक रूप से सभी को धन्यवाद दिया।

माननीय केंद्रीय मंत्री श्री राधामोहन सिंह सभा को संबोधित करते हुए माननीय केंद्रीय मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान सभा को संबोधित करते हुए
माननीय केंद्रीय मंत्रियों द्वारा कई जन-सुविधाओं का ई-फलक के माध्यम से उद्‌घाटन माननीय केंद्रीय मंत्रियों द्वारा कृषि प्रदर्शनी का परिदर्शन
माननीय केंद्रीय मंत्रियों द्वारा श्रेष्ठ किसान एवं महिला किसान को सम्मानित करते हुए किसानों एवं आगंतुकों द्वारा प्रदर्शनी स्टालों का परिदर्शन
नवनिर्मित केंद्रीय जीनोमिक्स एवं गुणवत्ता प्रयोगशाला किसान मेले के दौरान दर्शकों का एक वर्ग